कानपुर। इंस्पेक्टर हत्याकांड में फर्रुखाबाद निवासी बसपा नेता अनुपम दुबे के खिलाफ अपर जिला जज आठ की कोर्ट गुरुवार को फैसला सुना सकती है।
बता दें कि 14 मई 1996 को पैसेंजर ट्रेन में अनवरगंज स्टेशन पर मेरठ निवासी ईओडब्ल्यू इंस्पेक्टर राम निवास यादव की हत्या कर दी गई थी। वह एक मुकदमे में कोर्ट में गवाही देने के बाद लौट रहे थे। प्रकरण में जीआरपी थाने में अनुपम दुबे, नेम सिंह उर्फ बिलइया और कौशल के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी।
नेम सिंंह का हो चुका है एनकाउंटर
सहायक जिला शासकीय अधिवक्ता अरविंद डिमरी ने बताया कि नेम सिंह उर्फ बिलइया मुठभेड़ में मारा जा चुका है जबकि तीसरे अभियुक्त कौशल की भी मौत हो गई थी। वहीं, अनुपम दुबे इस समय मथुरा जेल में बंद है।