ऑडिटोरियम में बड़े धूमधाम से आयोजित किया गया। इस कार्यक्र स्म के मुख्य अतिथि डॉ. नीरज बोरा, सदस्य उत्तर प्रदेश विधान सभा (लखनऊ उत्तर क्षेत्र), श्री उमेश द्विवेदी, सदस्य उत्तर प्रदेश विधान परिषद (शिक्षक क्षेत्र) तथा श्रीमती सुषमा कहरवाल, महापौर लखनऊ ने कार्यक्रम का उद्घाटन किया। कार्यक्रम “जीवंत भारत – विविधता का उत्सव” थीम पर आधारित था तथा इस उत्सव का मुख्य उद्देश्य विद्यालय के छात्रों की प्रतिभा को प्रदर्शित करने के लिए एक मंच प्रदान करना था। इस वर्ष के उत्सव की थीम के अनुरूप छात्रों ने विभिन्न सांस्कृतिक एवं संगीत कार्यक्रमों का प्रदर्शन किया, जिसमें उन्होंने भारत भर के समुदायों द्वारा प्रचलित संस्कृति, त्योहारों, जीवन शैली, संगीत/नृत्य के बारे में अपनी समझ को शैक्षिक एवं रचनात्मक तरीके से प्रदर्शित किया। मुख्य अतिथियों ने छात्रों के उत्कृष्ट प्रदर्शन की सराहना की तथा इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए अथक प्रयास करने वाले शिक्षकों एवं कर्मचारियों को बधाई दी। संस्थापक प्रबंधक डॉ. आई.डी. रस्तोगी ने अपने संबोधन में विभिन्न प्रतिष्ठित आयोजनों/प्रतियोगिताओं में छात्रों की अनेक उपलब्धियों का जिक्र किया और संस्थान की 30 साल की यात्रा में महत्वपूर्ण मील के पत्थर को रेखांकित किया। उन्होंने संस्थान द्वारा अपने शिक्षण को आज के अभिभावकों की आवश्यकताओं के अनुरूप ढालने और छात्रों के समग्र विकास को सुनिश्चित करने के लिए एक नया आयाम शामिल करने के लिए की जा रही अनेक पहलों का भी उल्लेख किया। मुख्य अतिथियों द्वारा अपने-अपने संबोधन में छात्रों को डॉ. नीरज बोरा द्वारा एक प्रेरक संदेश दिया गया कि सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं है, समर्पण और कड़ी मेहनत ही उनके चुने हुए क्षेत्र में अपनी क्षमता हासिल करने की कुंजी है। श्री उमेश द्विवेदी द्वारा अभिभावकों को याद दिलाया गया कि वे अपने बच्चों की प्रगति में सबसे महत्वपूर्ण भागीदार हैं और स्कूल अधिकारियों के साथ उनका सहयोग उनके बच्चों के विकास की दिशा में वांछित परिणाम दे सकता है।




