नई दिल्ली: अडानी ग्रुप (Adani Group) के शेयरों में आज एक बार फिर गिरावट देखी गई। बाजार खुलते ही ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज (Adani Enterprises) के शेयरों में 15 फीसदी तक गिरावट आ गई। इंडेक्स प्रोवाइडर MSCI का कहना है कि वह अडानी ग्रुप की लिस्टेड कंपनियों के फ्री फ्लोट स्टेटस (ree float status) की समीक्षा करेगा। हाल में आई अमेरिकी रिसर्च फर्म Hindenburg Research की एक रिपोर्ट में अडानी ग्रुप पर गंभीर आरोप लगाए गए थे। हालांकि अडानी ग्रुप ने इन आरोपों से इनकार किया है। लेकिन इस रिपोर्ट के कारण ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट आई थी। ग्रुप का मार्केट कैप 100 अरब डॉलर गिर गया था।। MSCI का कहना है कि कुछ मार्केट पार्टिसिपेंट्स ने अडानी ग्रुप के शेयरों को कुछ इंडेक्सेज में शामिल किए जाने के औचित्य पर सवाल उठाए हैं।
क्या है नियम
MSCI का कहना है कि किसी भी सिक्योरिटी का फ्री फ्लोट वह हिस्सा होता है जो इंटरनेशनल इनवेस्टर्स के लिए खरीद फरोख्त के लिए उपलब्ध होता है। किसी भी लिस्टेड कंपनी के लिए यह सुनिश्चित करना होता है कि उसकी कम से कम 25 फीसदी शेयरहोल्डिंग पब्लिक के पास होनी चाहिए। जो शेयर नॉन प्रमोटर्स के पास होते हैं उन्हें पब्लिक शेयरहोल्डिंग कहते हैं। इनमें रिटेल इनवेस्टर्स, म्यूचुअल फंड्स, फॉरेन पोर्टफोलियो इनवेस्टर्स और इंश्योरेंस कंपनियां शामिल होती हैं। कंपनी बनाने या चलाने वाले लोगों के पास जो शेयर होते हैं, उन्हें प्रमोटर शेयरहोल्डिंग कहा जाता है।