नई दिल्ली: कर्ज में डूब चुके पाकिस्तान की इंटरनेशनल बेइज्जती कम होने का नाम ही नहीं ले रही। भले ही पाकिस्तान दाने-दाने को मोहताज हो, लेकिन बावजूद इसके एशिया कप की मेजबानी की जिद नहीं छोड़ रहा। इस बीच भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने भी उसके गाल में करारा तमाचा मारा है। दरअसल, आगामी महिला आईपीएल के मीडिया अधिकार पांच साल के लिए 951 करोड़ रुपये में बिके हैं। यानी बीसीसीआई को एक मैच से सात करोड़ नौ लाख रुपये की कमाई होगी। ये रकम पाकिस्तान सुपर लीग को एक मैच से होने वाली कमाई से दोगुनी से भी ज्यादा है।
2015 में पांच टीम से शुरू हुए पाकिस्तान सुपर लीग खुद की तुलना आईपीएल से करता है, लेकिन शायद यह भूल जाता है कि उसकी ब्रांड वैल्यू इंडियन प्रीमियर लीग के आगे कहीं नहीं टिकती। मेंस आईपीएल को ब्रॉडकास्टिंग राइट्स से प्रति मैच 107.5 करोड़ रुपये की कमाई होती है। महिला आईपीएल प्रति मैच 7.05 करोड़ रुपये कमाकर देगा तो PSL के एक मैच से सिर्फ 2.44 करोड़ मिलते हैं।
वायकॉम 18 ने डिज्नी स्टार और सोनी को पछाड़कर मीडिया राइट्स खरीदे हैं। टी-20 लीग के लिए नीलामी मुंबई में सोमवार को बीसीसीआई के मुख्यालय पर आयोजित की गई। पहले महिला आईपीएल के मार्च के पहले हफ्ते में शुरू होने की उम्मीद है। वैश्विक अधिकार तीन श्रेणी के हैं जिनमें टीवी, डिजिटल और संयुक्त अधिकार शामिल हैं। वायकॉम 18 ने संयुक्त अधिकारों के लिए सफल बोली लगाई।
बीसीसीआई सेक्रटरी जय शाह ने कहा,‘प्रसारणकर्ता खेल को व्यापक दर्शकों तक ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और लीग में उनकी सक्रिय रुचि एक स्पष्ट संकेत है कि महिला इंडियन प्रीमियर लीग सही दिशा में आगे बढ़ रही है। सात करोड़ नौ लाख रुपये का प्रति मैच मूल्यांकन है जो पहले कभी महिलाओं के मुकाबलों के लिए नहीं मिला था।’