घुवारा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले भगवॉं नगर के अरिहंत पेट्रोल पंप पर पेट्रोल-डीजल में पानी मिलाने के गंभीर आरोपों ने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी है। ग्रामीणों ने पंप संचालक पर आरोप लगाया है कि वह लंबे समय से ईंधन में पानी मिलाकर बेच रहा है, जिससे उनके वाहनों को नुकसान हो रहा है और इंजन में खराबी आ रही है।
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि पिछले कुछ समय से उनके वाहन बार-बार खराब हो रहे थे। जब उन्हें इसका कारण समझ में नहीं आया, तो कुछ लोगों ने पेट्रोल-डीजल की गुणवत्ता पर संदेह जताया। जांच करने पर पता चला कि ईंधन में पानी मिलाया जा रहा है। इसके बाद बड़ी संख्या में ग्रामीण पंप पर पहुंचे और पेट्रोल अपनी दो पहिए गाड़ी में डलवा कर वही पेट्रोल एक बोतल में निकाल कर देखा तो आधा पानी ओर आधा पेट्रोल निकला। जिसकी सूचना मीडिया बालों को दी और मौके पर जा कर जांच की जिससे पेट्रोल में पानी मिलाकर बेचा जा रहा था। ग्रामीणों ने बताया, “हम अपने मेहनत की कमाई से ईंधन खरीदते हैं, लेकिन यहां हमें पानी दिया जा रहा है। इससे न केवल हमारा पैसा बर्बाद हो रहा है, बल्कि हमारे वाहनों की हालत भी खराब हो रही है।”
उपभोक्ताओं का बढ़ता असंतोष
यह मामला केवल भगवा नगर तक सीमित नहीं है। ग्रामीणों का मानना है कि इस तरह की मिलावट क्षेत्र के कई अन्य पंपों पर भी हो सकती है, जिससे उपभोक्ताओं में काफी असंतोष फैल रहा है। कुछ लोग इसे उपभोक्ताओं के अधिकारों की सीधी अनदेखी मानते हैं। जांच के नतीजे आने के बाद प्रशासन आगे की कार्रवाई तय करेगा। विशेषज्ञों के अनुसार, पेट्रोल-डीजल में पानी मिलाना एक गंभीर अपराध है, जिससे वाहनों के इंजन और अन्य पुर्जों को भारी नुकसान पहुंच सकता है। प्रशासन ने पंप संचालकों को चेतावनी दी है कि यदि ऐसी गतिविधियां अन्य स्थानों पर भी पाई गईं, तो सभी दोषियों पर सख्त कदम उठाए जाएंगे। अरिहंत पेट्रोल पंप पर ईंधन में मिलावट के आरोप ने पूरे क्षेत्र में हलचल मचा दी है। ग्रामीणों की मांग है कि प्रशासन इस मामले को गंभीरता से ले और दोषियों को ऐसी सजा दे जिससे भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों।
इनका कहना है
कलेक्टर का कहना है कि यदि जांच में यह साबित होता है कि किसी पेट्रोल पंप पर पेट्रोल-डीजल में पानी मिलाया जा रहा है, तो उस पेट्रोल पंप के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी। इस कार्यवाही में पेट्रोल पंप के लाइसेंस को रद्द किए जाएंगे।