नई दिल्ली: इंडियन आर्मी और एयरफोर्स ने मिलकर ईस्टर्न सेक्टर में लाइन ऑफ ऐक्चुअल कंट्रोल (LAC) के पास बड़ी एक्सरसाइज की है। इस एक्सरसाइज को वायु प्रहार नाम दिया गया जो मार्च के दूसरे हफ्ते में हुई। इसके जरिए आर्मी और एयरफोर्स ने समन्वय को तो परखा ही, साथ ही देखा कि टफ टेरेन में कितनी तेजी से सैनिकों की तैनाती हो सकती है और किस तरह ऑपरेशन को अंजाम दिया जा सकता है। इस एक्सरसाइज में सैनिकों को घाटी से एयरलिफ्ट किया गया और उन जगहों पर ड्रॉप किया गया, जहां पर दुश्मन के खिलाफ ऑपरेशन की प्रैक्टिस की गई। इसमें देखा कि सैनिकों को इन-डेप्थ एरिया से फॉरवर्ड एरिया में पहुंचने में कितना वक्त लगता है और कितने कम वक्त में पूरे ऑपरेशन की प्लानिंग कर उसे अंजाम दिया जा सकता है। इसके लिए एक रैपिड रिएक्शन फोर्स बनाई गई और उन्हें अडवांस लैंडिंग ग्राउंड में लैंड करवाया गया और हाई एल्टीट्यूट एरिया में टफ कंडिशन में ऑपरेशन की तैयारियों को देखा गया। यह एक्सरसाइज लगातार 96 घंटे चली जिसमें आर्मी के फॉर्मेशन, स्पेशल फोर्स और एयरफोर्स ने हिस्सा लिया।
चीन के लिए संदेश भी छिपा है
जनवरी में भी आर्मी ने ईस्टर्न सेक्टर में सिलिगुड़ी कॉरिडोर के पास 10 दिन की एक बड़ी जॉइंट एक्सरसाइज की थी। इस एक्सरसाइज के जरिए सेना की युद्ध की तैयारियों को परखा गया। ईस्टर्न सेक्टर पर आर्मी की ताबड़तोड़ एक्सरसाइज में चीनी सेना के लिए संदेश भी छुपा है। दरअसल पिछले कुछ वक्त में चीनी सेना ने ईस्टर्न सेक्टर में एलएसी के दूसरी तरफ अपने सैनिकों की तैनाती बढ़ाई है। इंडियन आर्मी चीफ जनरल मनोज पांडे ने जनवरी में कहा था कि चीनी सैनिक वहां एक्सरसाइज के लिए आए लेकिन फिर वापस नहीं गए। इंडियन आर्मी चीन की किसी भी हरकत का जवाब देने के लिए पूरी तरह से तैयार है।