पुलिस अफसर सहित पांच लोगों को मैरिज गार्डन बुकिंग के नाम पर ठगने वाले आरोपी को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया है। पुलिस ने सूरत के अमरेली से उसे गिरफ्तार किया है। वह अमरेली में अपनी बहन के यहां रुका हुआ था। उसे शुक्रवार को इंदौर लाया गया है। आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसे ऑनलाइन गेमिंग एप पर क्रिकेट खेलना पसंद है। पूरा पैसा वह उसी गेम में हार गया।
एरोड्रम पुलिस ने बताया कि आरोपी संजय सुगंधी, निवासी बरेली इंदौर से भागने के बाद भोपाल, आगरा के बाद सूरत में छिपा हुआ था। सूरत में भी वह मैरिज गार्डन एग्रीमेंट पर लेकर बिजनेस शुरू करने की प्लानिंग में था। इसके पहले ही पुलिस ने उसे दबोच लिया।
क्रिकेट के ऑनलाइन गेमिंग एप और ब्याज में उड़ा दिए ठगी के रुपए
संजय सुंगधी ने पूछताछ में बताया कि उसे ऑनलाइन क्रिकेट खेलने का शौक है। वह कई बार इसमें हारा। और कर्ज में डूबता गया। उसने गार्डन की बुकिंग के नाम पर जो रुपए लिए थे, वह इसी गेमिंग एप में लगा दिए। लोगों का पैसा चुकाने के लिए संजय ने ब्याज पर रुपए लिए और बढ़े हुए ब्याज पर दूसरे को दे दिया। इससे वह कर्ज में डूब गया। उसे लगा कि वह इससे बाहर नहीं आ पाएगा तो वह फरार हो गया।
प्रॉपर्टी और बैंक अकाउंट की नहीं मिली डिटेल
पुलिस ने संजय सुगंधी की प्रॉपर्टी की जानकारी निकलवाई। जांच करने पर पुलिस को पता चला कि उसने करीब 70 लाख रुपए की ठगी की है, लेकिन इससे कोई प्रॉपर्टी नहीं खरीदी। बैंक की डिटेल भी निकाली गई। उसमें भी अकाउंट से अन्य खातों में सिर्फ बिजनेस का पेंमेट किया गया था।
क्या किया था संजय सुंगधी ने
पुलिस के मुताबिक इंदौर में जेस्ट होटल्स एंड रिसोर्ट को पद्म जीत सलूजा ने एक साल के लिए संजय सुगंधी को किराए पर दिया था। सलूजा-सुगंधी के बीच एग्रीमेंट दिसंबर में ही खत्म हो गया, लेकिन सुगंधी ने इसके बाद की बुकिंग लेना बंद नहीं की। सुगंधी ने पुलिस अधिकारी सचिन मलिक की बेटी की शादी के लिए 17 फरवरी की बुकिंग दिसंबर 2022 में कर ली थी। सुगंधी ने इसके लिए मलिक से पैसा तो ले लिया, लेकिन रिसोर्ट में न पैसा दिया और ना ही बुकिंग होने की कोई जानकारी शेयर की।
मलिक ने सुगंधी को गार्डन, डेकोरेशन और केटरिंग के करीब साढ़े पांच लाख रुपए दिए थे। जब मलिक ने सुगंधी से बात करना चाही तो उसका मोबाइल बंद मिला। तब 7 फरवरी 2023 को मलिक ने सुगंधी के खिलाफ एरोड्रम थाने में शिकायत कर दी। सुगंधी पर एफआईआर दर्ज होने के बाद ऐसे ही चार और पीड़ित सामने आए, जिन्होंने सुगंधी को एडवांस पैसा दिया था, लेकिन सुगंधी ने उनकी बुकिंग नहीं की थी।