लखनऊ। आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) की टीम ने बीते दिनों गिरफ्तार आतंकियों से कई राज उगलवाए हैं। इनके साथ जुड़े कुछ और नाम सामने आए हैं। साथ ही अलीगढ़ में इनकी गुप्त बैठकें जिस स्थान पर होती थीं उसकी पड़ताल के लिए एटीएस की टीम वजीहुद्दीन, अब्दुल्ला अर्सलान, माज बिन तारिक,राकिब इमाम अंसारी, नावेद सिद्दीकी, मोहम्मद नोमान व मोहम्मद नाजिम को अलीगढ़ व संभल लेकर गई है।




उम्मीद है कि इनसे मिली जानकारी के आधार पर कुछ और आतंकियों की गिरफ्तारी भी जल्द की जा सकती है। एटीएस ने अलीगढ़ से पांच नवंबर को आईएस के आतंकी अब्दुल्ला अर्सलान व माज बिन तारिक को गिरफ्तार किया था। इनसे पूछताछ के बाद आठ नवंबर को एटीएस ने छत्तीसगढ़ से इनके सरगना वजीहुद्दीन को गिरफ्तार किया था।
वजीहुद्दीन अलीगढ़ मुस्लिम विवि (एएमयू )का छात्र था और उसने आतकी गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए स्टूडेंट्स आफ अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एसएएमयू) नामक संगठन बनाया था। बाद में कट्टरपंथी छात्रों को अपने टेलीग्राम चैनल के साथ जोड़ लिया था। इनसे पूछताछ के बाद आतंकी गतिविधियों में लिप्त भदोही निवासी राकिब इमाम अंसारी, संभल निवासी नावेद सिद्दीकी, मोहम्मद नोमान व मोहम्मद नाजिम को 17 व 18 नवंबर को अलीगढ़ व संभल से गिरफ्तार किया गया था।
राकिब इमाम ने एएमयू से बीटेक व एमटेक किया था, जबकि नावेद सिद्दीकी ने बीएससी तथा नोमान ने बीए किया था। नाेमान के जरिए नाजिम एएमयू के आइएस माड्यूल से जुड़ा था। यह सभी आतंकी मिलकर उप्र सहित सहित देश के विभिन्न स्थानों पर आतंकी वारदातों को अंजाम देने की कवायद में लगे थे।
