Arvind Kejriwal: दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के जेल से बाहार आने के बाद से ही दिल्ली में लगातार सियासी हलचल तेज मची हुई है. रविवार (15 सितंबर) को अरविंद केजरीवाल ने ऐलान किया था कि वो दो दिन बाद मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे. जिसको लेकर आज वो शाम करीब 4 बजे अपने पद से इस्तीफा दे देंगे. इसके साथ ही आगामी विधानसभा चुनाव तक दिल्ली की नई मुख्यमंत्री आतिशी को बनाया गया है. ये फैसला विधायक दल की बैठक लिया गया है.
आपको बता दें कि विधायक दल की बैठक से पहले सोमवार (16 सितंबर) को दिल्ली के सीएम आवास पर पीएसी की बैठक हुई थी. इस बैठक में मनीष सिसोदिया, राघव चड्ढा, आतिशी समेत आम आदमी के कई बड़े नेता शामिल हुए थे. जिसके बाद कुछ संभावित नामों पर चर्चा की गई, इसके बाद इन नामों की लिस्ट को मंगलवार (17 सितंबर) को विधायक दल की बैठक में पेश किया गया. जिसके बाद ये फैसला लिया गया.
आपको बता दें कि अरविंद केजरीवाल ने रविवार को अपने इस्तीफा देने के ऐलान के दौरान दिल्ली की जनता पर भरोसा जताते हुए कहा था कि यदि जनता उन्हें ईमानदार मानती है तो दिल्ली में आने वाले विधानसभा चुनाव में बहुमत देकर जनता उन्हें फिर एक बार जिताएगी. इसके बाद ही अब वे मुख्यमंत्री की कुर्सी पर वापस बैठेंगे.
क्या बोले सौरभ भारद्धाज?
दिल्ली के नए मुख्यमंत्री को लेकर आप नेता सौरभा भारद्धाज ने बोला कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि सीएम की कुर्सी पर कौन बैठता है क्योंकि जनादेश अरविंद केजरीवाल के लिए था. जनता ने अरविंद केजरीवाल को चुना. उन्होंने कहा है कि जब तक जनता दोबारा नहीं कहेगी तब तक वे सीएम की कुर्सी पर नहीं बैठेंगे. चुनाव होने तक हममें से कोई एक कुर्सी पर बैठेगा.
बीजेपी की रणनीति तैयार
जहां अरविंद केजरीवाल ने एकतरफ दिल्ली के सीएम पद से इस्तीफा देकर दांव पेश किया है. वहीं, बीजेपी ने भी दिल्ली में अपनी रणनीति तैयार कर ली है. बीजेपी को इस बात का अहसास है कि अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे के पीछे दिल्ली के लोगों से सहानुभूति लेना है. लिहाजा बीजेपी ने इसकी काट के तौर पर दिल्ली की सड़कों पर उतरेगी और करप्शन के मुद्दे को हथियार बनाएगी.