अंबाला। नेशनल हाईवे चंडीगढ़ पर किसानों ने जहां टेंट गाड़कर आवाजाही जाम कर दी, वहीं अंबाला आने वाले तथा चंडीगढ़ व पंचकूला की ओर जाने वाले वाहन चालकों ने खासी परेशानियां झेलीं। इन वाहन चालकों को पुलिस ने बनूड़ के रास्ते आगे के लिए रवाना किया गया, जबकि हाईवे पर वाहनों की कतारें लग गईं।
लोगों को भी कई घंटों तक अपने निजी वाहनों में सफर करना पड़ा। अंबाला शहर से चंडीगढ़ जाने वाले लोगों को अंबाला पुलिस ने बनूड़ से वाया मोहाली भेजा है, जबकि जिन लोगों ने पंचकूला जाना था, उनको बलदेव नगर के रास्ते से भेजा गया। शनिवार को भी पुलिस का पहरा रहेगा और इसी रूट के माध्यम से लोगों को चंडीगढ़ या पंचकूला भेजा जाएगा।
अंबाला आने-जाने वालों को हुई बड़ी परेशानी
अंबाला आने के लिए भी लोगों को उक्त रूट का ही सहारा लेना पड़ा। यानी चंडीगढ़/पंचकूला जाना हो या फिर वहां से अंबाला आना हो, दोनों ओर से लोगों को घंटों तक परेशानियां झेलनी पड़ीं। शनिवार को भी किसान आंदोलन के चलते हाईवे पर यातायात व्यवस्था पर असर पड़ेगा।
किसान अंबाला से चंडीगढ़ की ओर न जा पाएं, इसके लिए पुलिस ने नाका लगा दिया है। नाके पर जेसीबी मशीनें व ट्रकाें को खड़ा किया गया है। इसके अलावा पुलिस अलर्ट है और वाहन चालकों के लिए रूट डायवर्ट कर उनको भेजा जा रहा है।
किसानों ने लालड़ू के पास सरसीनी में चंडीगढ़-दिल्ली हाईवे को जाम कर दिया, जिसके कारण दोनों ओर से आवाजाही प्रभावित हुई। किसान सड़कों पर बैठे रहे और वहीं पर लंगर भी खाया। वाहनों की लाइनें दोनों ओर लगी रहीं और कुछ मिनटों का सफर काफी लंबा हो गया।
किसानों का कहना है कि बरसात और बाढ़ के कारण फसलों का नुकसान हुआ है। किसानों की मांगों को पूरा नहीं किया जा रहा है, जिससे परेशान होकर किसानों को यह कदम उठाना पड़ा। दिन भर यही स्थिति रही, जबकि पुलिस ने वाहन चालकों को बनूड़ और बलदेव नगर से चंडीगढ़ व पंचकूला के लिए रवाना किया। शनिवार को भी पुलिस का नाका इस हाईवे पर रहेगा ताकि अंबाला से किसान चंडीगढ़ अथवा पंजाब की ओर रवाना न हों।
शंभू बॉर्डर के पास किसान आज करेंगे धरना प्रदर्शन
पंजाब में चल रहे हैं रेल रोको आंदोलन को सफल बनाने के लिए अंबाला के किसानों ने शनिवार को शंभू बार्डर के पास धरना प्रदर्शन का ऐलान कर दिया है जिला प्रधान गुरमीत सिंह ने भारतीय किसान यूनियन भगत सिंह के सभी किसानों को सुबह 10 बजे धरना स्थल पर पहुंचने का आह्वान किया है।
उन्होंने कहा कि सरकार ने जो मांगे मानी थी और फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य पर जो वादा किया था उसे पूरा नहीं किया और पराली के जलने को लेकर किसानों पर जो मामले दर्ज किए थे उनको भी वापस नहीं लिया।
इसी तरह सरकार ने किसानों के साथ अन्य वादे कर उनकी वादा खिलाफी करने का काम किया है किसी के विरोध में पंजाब के किसान 28 सितंबर से 30 सितंबर तक रेल रोको आंदोलन चला रहे हैं लिहाजा उनके आंदोलन को सफल करने के लिए अंबाला में भी शंभू बॉर्डर के पास धरना प्रदर्शन किया जाएगा।