सीतापुर। रामपुर से सीतापुर कारागार में रविवार को पूर्व मंत्री व सपा नेता आजम खां को शिफ्ट किया गया है। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था या अन्य कारणों से भले ही उनका कोई करीबी या सपा नेता नहीं पहुंचा हो, लेकिन उनकी यहां मौजूदगी का असर लोकसभा चुनाव में दिख सकता है।
आसपास की सीटों पर मुस्लिम मतों का सपा के पक्ष में ध्रुवीकरण हो सकता है। इधर, सपा प्रमुख अखिलेश यादव भी भाजपा पर आजम खां के उत्पीड़न का आरोप लगाकर उनके प्रति सहानुभूति दर्शा रहे हैं। ऐसा करके वह मुस्लिमों को अपने पाले में बनाए रखने की कोशिश कर रहे हैं।
मुस्लिम मतों को हासिल करने की जुगत बना रही कांग्रेस
आजम खां का आज भी मुस्लिमों में क्रेज है। उनको ऐसे समय में सीतापुर शिफ्ट किया गया है, जब कांग्रेस भी मुस्लिमों को अपने खेमे में जोड़ने की कोशिश कर रही है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने हाल ही में बयान देकर कांग्रेस को मुस्लिमों का पुराना घर बताया है और आजम खां के प्रति सहानुभूति भी जता चुके हैं।
आजम से मिलने आ सकते हैं अखिलेश
प्रदेश में कांग्रेस की सक्रियता से समाजवादी पार्टी को मुस्लिम मत खिसकने का खतरा है। कांग्रेस नेता इस ओर प्रयास भी कर रहे हैं और आजम को लेकर भी साफ्ट रुख रख रहे हैं। ऐसे में सपा प्रमुख अखिलेश यादव जल्द ही जेल में पूर्व मंत्री से मुलाकात करने आ सकते हैं। इससे जहां वह पार्टी नेताओं के प्रति अपनी फिक्रमंदी जाहिर करेंगे वहीं मुस्लिमों को भी साथ होने का संदेश देंगे।
पिछली बार जब आजम करीब 26 महीने यहां की जेल में रहे थे, तब भी वह एक बार उनसे मिलने आए थे। रामपुर जेल में सपा प्रमुख उनसे मिलने नहीं गए थे, जिसको लेकर दोनों में अनबन की चर्चा थी।
नगर निकाय चुनाव में मुस्लिमों की नाराजगी के चलते खैराबाद, तंबौर, लहरपुर, पैंतेपुर और सीतापुर में सपा को नुकसान उठाना पड़ा है।
इन जिलों पर पड़ सकता है प्रभाव
सपा नेता की कारागार में मौजूदगी से जिले के साथ ही लखीमपुर, बहराइच, बाराबंकी, हरदोई, शाहजहांपुर, गोंडा, धौरहरा, मोहनलालगंज, कैसरंगज, मिश्रिख, अंबेडकरनगर आदि सीटों पर प्रभाव पड़ सकता है।
चुनाव नजदीक आते ही बढ़ेंगे मुलाकाती
सपा में आजम के कद को देखते हुए चुनाव करीब आते ही आसपास के जनपदों के नेता उनसे मिलने जेल पहुंचेंगे। हालांकि, यह वह जेल प्रशासन और सरकार के रुख को देखते हुए तय करेंगे। पिछली बार आजम के सीतापुर जेल में शिफ्ट होने के बाद बसपा से नगर पालिका अध्यक्ष रहे पूर्व विधायक जासमीर अंसारी सपा में शामिल हो गए थे। बाद में सपा ने उन्हें एमएलसी बनाया था।