फिरोजाबाद : जिले में तीन दिन पूर्व चूड़ी कारोबारी के यहां हुई 43 लाख की लूट का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. इस घटना के पीछे जो कहानी निकलकर सामने आई है, वह बड़ी चौंकाने वाली है. दरअसल में चूड़ी कारोबारी की पत्नी ने खुद ही इस लूट की स्क्रिप्ट लिखी थी. पुलिस ने 24 लाख से भी अधिक रुपये बरामद कर कारोबारी की पत्नी समेत तीन बदमाशों को जेल भेज दिया है.
क्या है मामला : वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आशीष तिवारी ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि 22 सितंबर की शाम को थाना उत्तर क्षेत्र के तिलक नगर निवासी राहुल गुप्ता ने केस दर्ज कराया था. जिसके मुताबिक कुछ अज्ञात बदमाशों ने उनके घर में घुसकर उनकी पत्नी स्वाति गुप्ता को बंधक बना लिया और चाकू के बल पर नशीला पदार्थ सुंघाकर अचेत कर दिया. जब स्वाति अचेत हो गई तो बदमाश घर में रखे 43 लाख रुपये लूटकर फरार हो गए. बदमाश वाशिंग मशीन के मैकेनिक बनकर आए थे.
कारोबारी की पत्नी के साथ मौसी के लड़के भी शामिल : वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पुलिस ने जब मौका-मुआयना किया और कारोबारी की पत्नी स्वाति गुप्ता की चोटों का जिला अस्पताल में परीक्षण कराया तो मामला संदिग्ध लगा. स्वाति की कहानी पुलिस के गले नहीं उतरी. इस मामले के खुलासे के लिए तीन टीमों का गठन किया. जिसमें एक टीम थाना उत्तर के प्रभारी निरीक्षक कमलेश कुमार, दूसरी टीम थाना रामगढ़ के प्रभारी निरीक्षक रवि त्यागी और तीसरी टीम एसओजी प्रभारी नितिन त्यागी के नेतृत्व में गठित की गई. पुलिस ने जब मकान के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की रिकॉर्डिंग देखी तो पता चला कि जो बदमाश घर में घुसे, उनमें से दो राहुल की मौसी के लड़के वैभव और अभिषेक हैं. जो कि लोहिया नगर, थाना उत्तर क्षेत्र के निवासी हैं. पुलिस ने जब उन दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो इस घटना की चौंकाने वाली कहानी सामने आई.
स्वाति ने रुपयों से भरा थैला सौंपा : आरोपियों ने बताया कि घर में रखी धनराशि के बारे में स्वाति ने ही उन्हें बताया था. इसके बाद योजनाबद्ध तरीके से दो बाहर के क्रिमिनल को भी शामिल किया गया. स्वाति जब घर पर अकेली थी तब सभी घर में दाखिल हुए. स्वाति ने पैसों से भरा थैला चुपचाप बदमाशों को दे दिया.
आपस में बांट लिए लूट के रुपये: इस धनराशि का आरोपियों ने मथुरा वृंदावन में बंटवारा भी कर लिया. चार लाख रुपये एक स्वर्णकार को दिए, जिसके पास स्वाति के जेवर गिरवी रखे थे. कुछ पैसे बुलेट की किस्त देने में लगे. जो बदमाश बाहर से बुलाए थे, उनको भी हिस्सा दिया गया. पुलिस को आरोपियों के कब्जे से 24 लाख चार हजार रुपये मिले हैं.
वैभव पर दादी की हत्या और शव जलाने का आरोप : पुलिस ने इस वारदात को अंजाम देने के आरोप में स्वाति गुप्ता के अलावा राहुल के दो मौसेरे भाइयों वैभव और अभिषेक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. एसएसपी आशीष तिवारी ने बताया कि इस मामले में जो अभियुक्त फरार हैं, उनकी तलाश की जा रही है. वैभव अपनी ही दादी की हत्या और शव को जलाने के आरोप में जेल जा चुका है.