उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में गुटखा डीलर्स के खिलाफ इनकम टैक्स की बड़ी कार्रवाई से हड़कंप मच गया. मंगलवार को इनकम टैक्स की टीम ने भारद्वाज बंधुओं के ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की. जांच के दौरान व्यापारी अमित भारद्वाज बेहोश होकर सड़क पर गिर पड़े, जिन्हें तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया. इस कार्रवाई से व्यापारियों में भारी आक्रोश है और व्यापारी नेता व वकील उनके समर्थन में उतर आए हैं.
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दरअसल, इनकम टैक्स की टीम ने मंगलवार सुबह गुटखा डीलर अमित भारद्वाज के घर छापा मारा. जांच के बाद टीम उन्हें उनके बड़े भाई रामसेवक भारद्वाज के घर ले गई, जो बीडीए कॉलोनी प्रेमनगर में है. वहां पहुंचने पर पता चला कि रामसेवक भारद्वाज अपने परिवार के साथ महाकुंभ में गए हुए हैं और घर पर ताला लगा हुआ है. टीम ने ताला तुड़वाने की प्रक्रिया शुरू की, लेकिन इस दौरान अमित भारद्वाज ने घर के अंदर जाने से साफ इनकार कर दिया. उन्होंने कहा कि यह उनके भाई का घर है और वह उसमें दाखिल नहीं होंगे.
छापेमारी के बीच व्यापारी बेहोश, अस्पताल में भर्ती
घर के बाहर हो रही कार्रवाई के दौरान अमित भारद्वाज अचानक बेहोश होकर सड़क पर गिर गए. मौके पर मौजूद व्यापारियों ने तुरंत उन्हें एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया. बताया जा रहा है कि अमित भारद्वाज को चिकन पॉक्स और डायबिटीज है, जिसके कारण उनकी तबीयत बिगड़ गई. व्यापारियों का आरोप है कि इनकम टैक्स की टीम ने उन पर मानसिक दबाव बनाया, जिससे उनकी तबीयत बिगड़ी.
व्यापारी नेता और वकीलों में आक्रोश
घटना के बाद व्यापारियों में भारी आक्रोश देखने को मिला. कई व्यापारी नेता और वरिष्ठ वकील मौके पर पहुंच गए और टीम के खिलाफ नाराजगी जताई. वरिष्ठ अधिवक्ता अमजद सलीम ने बताया कि अमित भारद्वाज से जबरदस्ती उनके भाई के घर के ताले तुड़वाने के लिए कहा गया, जबकि दोनों अलग-अलग रहते हैं. यह पूरी तरह गलत है और इसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. वहीं व्यापारी नेता विशाल भारद्वाज ने कहा कि अमित भारद्वाज बीमार हैं. फिर भी उन्हें बेवजह परेशान किया गया. उन्होंने टीम के साथ पूरा सहयोग किया, लेकिन उनके भाई के घर की तलाशी के लिए उन पर दबाव बनाना अनुचित है.
व्यापारियों में नाराजगी, छापेमारी जारी
इस छापेमारी को लेकर व्यापारियों में गुस्सा है. उनका कहना है कि अगर कोई गड़बड़ी है तो इनकम टैक्स विभाग को कानूनी तरीके से जांच करनी चाहिए, न कि व्यापारियों पर दबाव बनाना चाहिए. फिलहाल, इनकम टैक्स की टीम अब भी जांच कर रही है और व्यापारियों की हलचल बनी हुई है.