नई दिल्ली: अगर आप चॉकलेट (Chocolate) के शौकीन हैं तो आपके लिए जरूरी खबर है। चॉकलेट बनाने वाली कंपनी Hershey पर अमेरिका में एक मुकदमा ठोका गया है। आरोप है कि कंपनी के प्रॉडक्ट्स में खतरनाक मेटल पाए गए हैं। एक ग्राहक ने कंपनी को अदालत में घसीटा है। उसका दावा है कि कंपनी के चॉकलेट बार में सीसा (lead) और कैडमियम (cadmium) की मात्रा पाई गई है। इस तरह के हैवी मेटल से कई तरह की बीमारियां हो सकती हैं। इनसे किडनी और ब्रेन की गंभीर बीमारी हो सकती है। कुछ साल पहले भारत में मैगी में भी सीसा का मात्रा पाई गई थी और इसे लेकर काफी विवाद हुआ था। भारत में Hershey के चॉकलेट सीरप काफी लोकप्रिय हैं।
50 लाख डॉलर का हर्जाना
लेकिन Hershey के खिलाफ दायर मुकदमे में अमेरिकी की मैगजीन Consumer Reports की एक स्टडी का हवाला दिया गया है। इसमें 28 तरह की डार्क चॉकलेट बार में सीसे और कैडमियम की मात्रा का अध्ययन किया गया है। इसमें दावा किया गया है कि इनमें से 23 में मेटल की मात्रा जरूरत से ज्यादा है। इनमें Hershey, Godiva और Lindt ब्रांड के चॉकलेट शामिल हैं। रोजाना इस तरह की केवल एक औंस यानी 28 ग्राम चॉकलेट खाने से आप बीमार पड़ सकते हैं।
न्यूयॉर्क के फेडरल कोर्ट में दायर इस मुकदमे में लजाजारो ने आरोप लगाया है कि अगर उन्हें पता होता कि चॉकलेट में सीसा और कैडमियम है तो वह कभी भी इन कंपनियों के प्रॉडक्ट नहीं खरीदते। Hershey ने पिछले साल जून में लो शुगर ट्रीट मेकर Lily’s को खरीदा था। लजाजारो का कहना है कि ग्राहक कंपनियों से उनके इनग्रेडिएंट के बारे में सच बोलने की उम्मीद करते हैं लेकिन कंपनियां उन्हें गुमराह करती हैं। उन्होंने कंपनी से 50 लाख डॉलर का हर्जाना मांगा है।