इंदौर में रिटायर्ड डॉक्टर मनमोहन सोनी ने C-21 मॉल की चौथी मंजिल (करीब 70 फीट) से कूद सुसाइड कर लिया था। वे सिर के बल नीचे गिरे थे। डॉ. मनमोहन सोनी सुसाइड केस में पुलिस दूसरे दिन भी कोई अहम जानकारी नहीं जुटा पाई है। अब ये अंदाजा लगाया जा रहा है कि डॉक्टर सुसाइड करने के इरादे से ही C-21 मॉल पहुंचे थे। चौथी मंजिल पर आइनॉक्स थिएटर है। उन्होंने सुसाइड करने के लिए फिल्म शुरू होने का इंतजार किया। जैसे ही फिल्म शुरू हुई डॉक्टर ने छलांग लगा दी।
इस बात का अंदाजा डॉक्टर के ड्राइवर द्वारा दी गई जानकारी से लगाया जा रहा है। दोनों कार से करीब 12 बजे मॉल पहुंचे थे। दोपहर 3.15 बजे डॉक्टर ने आत्महत्या कर ली। घटना के बाद दैनिक भास्कर C-21 मॉल पहुंचा। मॉल की चौथी मंजिल पर आइनॉक्स थिएटर है। एक ओर लॉउंज और उसके सामने गोवर्धन रेस्टोरेंट है। फ्लोर पर फिल्म शुरू और खत्म होने के समय, लंच के दौरान लोगों का मूवमेंट ज्यादा रहता है। जबकि लॉउंज में शाम के बाद लोग आते-जाते हैं।
लाउंज कर्मचारियों के मुताबिक फ्लोर पर वीकेंड में ज्यादा लोग आते हैं। बाकी दिन में दोपहर के समय इक्का-दुक्का लोग आते-जाते रहते हैं। सोमवार दोपहर करीब 3 बजे ऐसे ही हालात थे। इस फ्लोर पर कपड़े, इलेक्ट्रॉनिक या किसी भी आइटम का कोई शो रूम या आउटलेट नहीं है। ऐसे में रिटायर्ड डॉक्टर को अगर शॉपिंग करनी होती तो वे ग्राउंड या अन्य फ्लोर पर जाते। मॉल के सीसीटीवी फुटेज में डॉक्टर आत्महत्या करने से पहले मॉल के हर फ्लोर पर आराम से घूमते हुए नजर आए हैं।
तीन घंटे तक मॉल में घूमते रहे
मॉल के दो कर्मचारियों के मुताबिक डॉ. सोनी आधे घंटे पहले चौथी मंजिल पर देखे गए थे। वे काफी देर तक इधर-उधर घूमते रहे जबकि हाथ में कुछ नहीं था। दोपहर 3.15 बजे जब उन्होंने छलांग लगाई तब लाउंज के बाहर दो कर्मचारी (एक महिला) थे। जबकि इसी कॉरिडोर से एक कपल लिफ्ट की ओर जा रहा था। इनके अलावा पूरे फ्लोर पर कोई नहीं था। इस बीच सामने की ओर से डॉ. सोनी रैलिंग लांघ चुके थे। इस दौरान रेस्टोरेंट के अंदर से एक कर्मचारी ने पीछे से उन्हें देखा तो चिल्लाया। वह दरवाजा खोल कर बाहर आता तब तक डॉ. सोनी ने चार-छह सेकेंड में खुद को कूदने के लिए तैयार किया और छलांग लगा दी।
मोबाइल, नकदी और दो अंगूठी मिली
दैनिक भास्कर ने अन्य फ्लोर पर भी जानकारी हासिल की तो पता चला कि डॉ. सोनी ने किसी प्रकार की खरीदी नहीं की थी। ग्राउंड फ्लोर के एक शॉपकीपर शान खान ने बताया कि वे अपनी दुकान पर थे, तभी अचानक ऊपर से लोग चिल्लाए कि उन्हें देखो, रोको… इस पर मैंने ऊपर देखा तो डॉ. सोनी पाइप लांघकर कूदने के लिए आगे-पीछे हुए और नीचे छलांग लगा। उनके पास से पर्स, मोबाइल, करीब तीन हजार रुपए और दो अंगूठी मिली हैं।
अच्छे-अनुभवी डॉक्टर ही नहीं बल्कि अच्छे इंसान थे
डॉ. सोनी चोइथराम हॉस्पिटल के न्यूक्लियर मेडिसिन डिपार्टमेंट में थे। वे यहां से दो साल पहले ही रिटायर्ड हुए थे। उनकी पत्नी डॉ. नीलू सोनी भी इस हॉस्पिटल में गायनाकोलॉजिस्ट रही हैं। उनका सपना संगीता रोड पर क्लिनिक भी है। हॉस्पिटल के डॉ. अमित भट्ट के मुताबिक डॉ. सोनी अच्छे व अनुभवी डॉक्टर तो थे ही वे एक अच्छे इंसान थे।