कर्नाटक के बेंगलुरु में एक कपल को पुलिस की ओर से परेशान करने का मामला सामने आया है। पुलिस वालों ने दंपति को रात 11 बजे के बाद अपने घर के पास सड़क पर चलने को लेकर कानून तोड़ना बताया और उन्हें जुर्माना देने के लिए मजबूर किया। घटना के बाद पीड़ित ने ऑनलाइन अपनी आपबीती सुनाई और बेंगलुरु शहर के पुलिस आयुक्त से मदद मांगी।
कार्तिक पत्री ने 15 ट्वीट कर पूरी कहानी शेयर की। उन्हें बताया कि वह एक दुखद घटना शेयर करना चाहता हूं, जो उनकी पत्नी और उनके के साथ घटी। गुरुवार रात को लगभग 12:30 बजे दोनों एक दोस्त का बर्थडे केक काटकर लौट रहे थे। दोनों अपने घर से कुछ मीटर की दूरी पर थे, जब एक गश्ती वैन उनके पास रुकी और पुलिस की वर्दी में बैठे दो लोगों ने उनसे ID कार्ड दिखाने के लिए कहा। इस पर वह हैरान रह गए कि ऐसा क्यों हुआ।
पुलिसकर्मी बोले- रात 11 बजे के बाद सड़क पर घूमने की अनुमति नहीं
दंपति
ने अपने आधार कार्ड की फोटो पुलिस को दिखाईं, जिसके बाद उन्होंने उनके फोन
जब्त कर लिए और पर्सनल डिटेल्स पूछने लगे। पात्री ने लिखा- हमने विनम्रता
से सवालों का जवाब दिया। इस दौरान पुलिस वालों ने चालान बुक पर नाम और आधार
नंबर नोट करना शुरू कर दिया। हमने पूछा कि हमसे चालान क्यों लिया जा रहा
है, तो एक पुलिसकर्मी ने बताया कि उन्हें रात 11 बजे के बाद सड़क पर घूमने
की अनुमति नहीं है।
पात्री बोले- माफी मांगने पर भी नहीं माने
पात्री
ने लिखा- हम इस बात से सहमत नहीं थे कि इस तरह का कोई नियम था। हमने इस
स्थिति को आगे नहीं बढ़ाने का फैसला किया क्योंकि देर रात हो चुकी थी और
उनके फोन जब्त कर लिए गए थे। पत्री ने दावा किया कि दंपति ने इस तरह के
नियम से अनजान होने के लिए माफी मांगी, लेकिन पुलिस ने उन्हें जाने से मना
कर दिया और 3,000 रुपए जुर्माने की बात की।
दोनों पुलिस कर्मी सस्पेंड
पात्री
ने लिखा- हमने उनसे विनती की कि हमें जाने दें, लेकिन वे नहीं माने और
हमें गिरफ्तार करने और कई गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी देने लगे। मेरी
पत्नी की रो-रो कर हालत खराब हो गई थी। फिर एक पुलिसकर्मी मुझे थोड़ी दूर
ले गया और सलाह दी कि वह आगे की परेशानी से बचने के लिए पैसे दे दे। इस पर
मैं 1,000 रुपए देने के लिए तैयार हो गए।
पुलिसकर्मी मान गया और तुरंत उसने ऑनलाइन पेमेंट के लिए कहा। भुगतान के बाद हमें चेतावनी दी गई और जाने दिया गया। पुलिस उपायुक्त अनूप ए शेट्टी ने इस घटना पर ध्यान दिया और पात्री को कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया। फिलहाल, सम्पीगेहल्ली पुलिस स्टेशन से जुड़े एक कॉन्स्टेबल और एक हेड कॉन्स्टेबल को सस्पेंड कर दिया गया। पुलिस ने लोगों से अपील की कि अगर उन्हें इस तरह की घटनाओं का सामना करना पड़ा है तो वे उनसे संपर्क करें।