भदोही। उत्तर प्रदेश के भदेाही जिले में पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है। यहां इंद्र बहादुर सिंह नेशनल इंटर कालेज के प्रधानाचार्य योगेंद्र बहादुर सिंह हत्याकांड में शामिल दो बदमाशों को पुलिस ने बुधवार की सुबह मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया। दुर्गागंज थाना के शेरपुर गोपालहां के पास हुई मुठभेड़ में एक बदमाश के बाएं पैर में गोली लगी। उसका जिला अस्पताल में उपचार चल रहा है। दोनों फाफामऊ, प्रयागराज की निवासी हैं।
बुधवार की सुबह गश्त के दौरान शेरपुर गोपालहां बारी रोड पर दो बाइक सवार को पुलिस ने रोका तो उन्होंने पुलिस पर फायर झोंक दिया। जवाबी कार्रवाई में फाफामऊ निवासी शकील के बाएं पैर में गोली लगी। पुलिस ने शकील के साथ आशीष निवासी प्रयागराज को भी गिरफ्तार कर लिया।
घायल बदमाश का जिला अस्पताल में उपचार चल रहा है। एएसपी डा. तेजबीर सिंह ने बताया कि गिरफ्तार दोनों बदमाश भी प्रधानाचार्य की हत्या की साजिश में शामिल हैं।
शूटरों को जुटाने में इनका भी हाथ है। जांच के दौरान भाग रहे बदमाशों को पुलिस ने पकड़ना चाहा तो फायरिंग कर दी। जवाबी फायरिंग में एक बदमाश के पैर में गोली लगी है। जिला अस्पताल में उसका उपचार चल रहा है।
एक दिन पहले पकड़े गए थे हत्याकांड के मास्टरमाइंड
भदोही कोतवाली के अमिलौरी गांव निवासी नेशनल इंटर कालेज के प्रधानाचार्य योगेंद्र बहादुर सिंह की 21 अक्टूबर की सुबह नौ बजे अपाचे बाइक सवार दो बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। मंगलवार को पुलिस ने इस मामले का राजफाश किया था।
पुलिस द्वारा पकड़े गए प्रयागराज के चिल्ला शिवकुटी निवासी मृतक शिक्षक अजय सिंह के बेटे सौरभ सिंह ने बताया कि उसके पिता की 27 साल पहले हत्या हुई थी। उसका बदला लेने के लिए प्रयागराज के ही रुदापुर, फाफामऊ निवासी मो. कलीम के साथ मिलकर भाड़े के शूटरों से प्रधानाचार्य की हत्या कराई थी।
12 दिसंबर 1997 में हत्याकांड के मास्टरमाइंड सौरभ सिंह के पिता अजय बहादुर सिंह की ज्ञानपुर नहर के पास हत्या कर दी गई थी। इसमें योगेंद्र सिंह और उनके छोटे भाई अनिल सिंह आरोपी थे। 2002 में वे कोर्ट से बरी हो गए थे।