मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर जिले के सांवेर में अयोध्या के संत श्री प्रेम भूषण महाराज द्वारा की जा रही राम-कथा का श्रवण किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कथा श्रवण के बाद भक्ति भाव से भजन गाया, जिसे सुन श्रद्धालु झूम उठे। मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘’राम भजन सुखदायी, जपो रे मेरे भाई’’ भजन बचपन में अपनी दादी माँ से सुना था, जो आज भी उन्हें प्रेरणा से भर देता है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कथा स्थल में व्यास पीठ का पूजन किया। उन्होंने श्रद्धालुओं पर पुष्प-वर्षा कर उनका अभिनंदन किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि रोम-रोम में राम हैं, सकल विश्व में वही समाए हुए हैं। हर आत्मा में परमात्मा का अंश है। हमारा भारत देश विश्व के कल्याण की भावना में चलता है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ईश्वर प्राप्ति के भक्ति-मार्ग, ज्ञान-मार्ग के साथ कर्म-मार्ग की भी व्याख्या की। उन्होंने कहा कि हम सभी अपने निर्धारित दायित्वों का शुचिता से निर्वहन करें तो यह जगत सुंदर और कल्याण से परिपूर्ण हो जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि अच्छे कर्मों से भी ईश्वर मिलते हैं। उनके मन में लाड़ली लक्ष्मी के बाद लाड़ली बहना योजना बनाने और क्रियान्वित करने का विचार भी ईश्वर की प्रेरणा से आया है। उन्होंने कहा कि बहनें कई बार आर्थिक दिक़्क़त में रहती हैं, उन्हें छोटी-सी राशि के लिए भी तरसना पड़ता है। राखी में भाई, बहन को उपहार देता है। उनके मन में भी ख़याल आया कि मुख्यमंत्री होते हुए भी वे प्रदेश की बहनों के भाई हैं और लाड़ली बहना योजना के रूप में वे अपने भाई होने का कर्त्तव्य निभा रहे हैं।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट और उनके परिवार को सांवेर में भक्तिमय वातावरण निर्मित करने के लिए साधुवाद भी दिया। मुख्यमंत्री श्री चौहान व्यास पीठ की आरती में भी शामिल हुए। कथा में विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री श्री ओमप्रकाश सखलेचा, सांसद श्री शंकर लालवानी और बड़ी संख्या में भक्त उपस्थित थे।