इस्लामाबाद : अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में बुधवार को एक आत्मघाती बम विस्फोट में तालिबान सरकार के शरणार्थी मामलों के मंत्री की मौत हो गई. यह जानकारी गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने दी. अधिकारियों के मुताबिक विस्फोट मंत्रालय के भीतर हुआ.
इस वजह से शरणार्थी मामलों के मंत्री खलील हक्कानी की मौत हो गई. बता दें कि खलील हक्कानी ऐसे वरिष्ठ पदाधिकारी थे जिनकी अफगानिस्तान में तालिबान के द्वारा सत्ता प्राप्त किए जाने के तीन साल के अंदर बम विस्फोट में मौत हुई है. हालांकि तत्काल बम विस्फोट की किसी ने जिम्मेदारी नहीं ली है.
अमेरिकी विदेश विभाग के अनुसार, हक्कानी हक्कानी नेटवर्क का एक वरिष्ठ नेता था, जो तालिबान के भीतर एक शक्तिशाली आतंकवादी गुट है. हक्कानी समूह पर 20 साल के विद्रोह के दौरान पूरे अफगानिस्तान में बड़े हमले करने का आरोप है.
बता दें उसका भतीजा, सिराजुद्दीन हक्कानी, अब नेटवर्क का नेतृत्व करता है और तालिबान के कार्यवाहक आंतरिक मंत्री के रूप में कार्य करता है. 2021 में तालिबान द्वारा देश पर कब्जा करने के बाद से अफगानिस्तान में हिंसा कम हो गई है, जिससे संयुक्त राज्य अमेरिका और नाटो के नेतृत्व वाली विदेशी सेनाओं के खिलाफ उनका युद्ध समाप्त हो गया है.
हालांकि, इस्लामिक स्टेट की क्षेत्रीय शाखा, जिसे इस्लामिक स्टेट खुरासान के नाम से जाना जाता है, देश में सक्रिय है. आईएसआईएस खुरासन नियमित रूप से नागरिकों, विदेशियों और तालिबान अधिकारियों को बंदूक और बम हमलों के जरिए निशाना बनाती रही है.