आगरा और आसपास के जनपदों में डीएपी की किल्लत किसी से छिपी नहीं है। मंडलायुक्त रितु माहेश्वरी और डीएम अरविंद मलप्पा बंगारी किसानों को हो रही डीएपी की कमी को लेकर बहुत सख्त हैं। उन्होंने अपने अधीनस्थों को निर्देश दिए हैं कि हर हाल में किसानों को डीएपी उपलब्ध कराई जाए। वहीं, कुछ लोग किसानों को हो रही डीएपी की किल्लत का लाभ उठाते हुए नकली डीएपी बेचकर मोटा मुनाफा कमा रहे हैं।
व्यापारी को मिली नकली डीएपी
डीसीपी सिटी सूरज राय ने एक ऐसे ही मामले का खुलासा करते हुए बताया कि थाना किरावली में 4 अक्टूबर को पुलिस को जानकारी मिली कि एक व्यापारी ने एक कंपनी से डीएपी मंगवाई थी, जो कि नकली निकली। इस मामले में पुलिस ने तफ्तीश की तो एक बड़ा रैकेट सामने आया, जो आगरा ही नहीं, कई शहरों और अन्य राज्यों में नकली डीएपी का निर्माण कर किसानों को बेचने का काम करता है
किसान ने दर्ज कराई थी शिकायत
डीसीपी सिटी सूरज राय ने बताया कि किरावली क्षेत्र के एक किसान ने 4 अक्टूबर को स्थानीय थाने में शिकायत दर्ज कराई थी कि उसे एक व्यापारी द्वारा करीब 500 किलोग्राम नकली डीएपी दी गई है। इस मामले में थाना किरावली ने शिकायत दर्ज कर जांच शुरू की। जब थाना खराबी ने इस मामले में तफ्तीश की, तो पता चला कि किरावली के रॉयल ट्रेडर्स, जो कि किरावली के राहुल द्वारा संचालित है, नकली डीएपी का निर्माण कर व्यापक स्तर पर सप्लाई करता है। डीसीपी ने बताया कि राहुल सिंघल नकली खाद का निर्माण करने के लिए खाली कट्टों और बोरों की व्यवस्था कानपुर और कोलकाता से करता था।
पूरे देश में फैला है रैकेट
डीसीपी सिटी ने बताया कि राहुल सिंघल को सहायक पुलिस आयुक्त अछनेरा सर्किल के नेतृत्व में एसएचओ किरावली, सर्विलांस और एसओजी वेस्ट द्वारा संयुक्त रूप से गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि जब पुलिस ने जांच की और आरोपी राहुल सिंघल का मोबाइल फोन खंगाला, तो कई ऐसी चैट मिलीं जो बताती हैं कि उनका नेटवर्क आगरा और आसपास के जनपदों में ही नहीं, बल्कि पूरे देश में फैला हुआ है। डीसीपी ने कहा कि राहुल सिंघल के खिलाफ पहले से ही विभिन्न राज्यों और जनपदों में कई मामले पंजीकृत हैं।