प्रयागराज. इस वक्त पीसीएस ज्योति मौर्य और आलोक मौर्य विवाद से जुड़ी बड़ी खबर सामने आ रही है. दरअसल आलोक मौर्य ने जांच कमेटी को लिखित प्रार्थना पत्र देकर ज्योति मौर्य के खिलाफ शिकायत वापस ले ली है. उन्होंने कहा है कि सोच समझकर शिकायत वापस ले रहा हूं.आलोक मौर्य के शिकायत वापस लेने के बाद जांंच कमेटी अपनी रिपोर्ट कमिश्नर प्रयागराज को भेजेगी. अब शासन यह तय करेगा कि इस मामले में जांच करनी है या नहीं.
वहीं आलोक मौर्य के शिकायत वापस लेने पर ज्योति मौर्य को बड़ी राहत मिलती दिख रही है. दरअसल आलोक मौर्य ने पीसीएस पत्नी ज्योति मौर्य के भ्रष्टाचार की शासन से शिकायत की थी. आलोक मौर्य ने ज्योति मौर्य पर पीसीएस अफसर बनने के बाद करोड़ों की संपत्ति बनाने का आरोप लगाया था. इसके साथ आलोक मौर्य ने पत्नी ज्योति मौर्य पर होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे से अवैध संबंध का भी आरोप लगाया था.
वहीं ज्योति मौर्य ने भी धूमनगंज थाने में आलोक मौर्य के खिलाफ दहेज उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज कराया है. आलोक मौर्य ने पद के दुरुपयोग और भ्रष्टाचार की शिकायत में 32 पन्ने की एक डायरी सौंपी थी. डायरी में लाखों के लेनदेन का ब्यौरा दर्ज है. शासन के निर्देश पर मंडलायुक्त प्रयागराज विजय विश्वास पंत ने तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित की थी. प्रयागराज मंडल के एडिशनल कमिश्नर प्रशासन अमृतलाल बिंद को जांच कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया था. प्रयागराज के एडीएम प्रशासन हर्ष देव पांडेय और एडिशनल सिटी मजिस्ट्रेट जयजीत कौर इस कमेटी की सदस्य थीं.
वहीं इससे पहले सोमवार को ज्योति मौर्य के पति आलोक मौर्य पॉलिथिन में दस्तावेज लेकर जांच कमेटी के सामने पेश हुए. इस दौरान आलोक मौर्य ने ज्योति मौर्य के भ्रष्टाचार से जुड़े साक्ष्य को जांच टीम के सामने पेश किया. दरअसल आलोक मौर्य ने पीसीएस पत्नी ज्योति मौर्य के भ्रष्टाचार की शासन से शिकायत की थी. शासन ने ज्योति मौर्य के भ्रष्टाचार से जुड़े मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी गठित की है. जांच कमेटी ने आलोक मौर्य से शिकायतों से जुड़े साक्ष्य मांगे थे.