जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने इस बार नई रणनीति बनाई है. पार्टी ने पूरा ध्यान जम्मू क्षेत्र पर रखा है और घाटी में निर्दलीय और स्थानीय दलों को समर्थन की रणनीति पर काम कर रही है. कश्मीर घाटी की 47 सीटों में बीजेपी ने सिर्फ 19 सीटों पर ही उम्मीदवार उतारे हैं और 28 सीटें खाली छोड़ दी हैं.
बीजेपी ने कश्मीर घाटी की जिन 19 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं. इनमें दक्षिण कश्मीर की 16 में से आठ सीट और मध्य कश्मीर की 15 में से छह सीट और उत्तर कश्मीर की 16 में से पांच सीट शामिल हैं. सूत्रों के अनुसार, बीजेपी की रणनीति यहां पर निर्दलीय और स्थानीय दलों के उम्मीदवारों पर टिकी हुई है, जो कांग्रेस-एनसी गठबंधन और पीडीपी के खिलाफ चुनाव मैदान में उतरे हुए हैं.
कश्मीर घाटी में बीजेपी ने किसे कहां से दिया मौका?
- लालचौक से इंजीनियर एजाज हुसैन
- ईदगाह से आरिफ राजा
- चरार-ए-शरीफ से जाहिद हुसैन
- करनाह से मोहम्मद इदरीश करनाही
- हंदवाड़ा से गुलाम मोहम्मद मीर
- बांदीपोरा से नसीर अहमद लोन
- पंपोर से इंजीनियर सैय्यद शौकत गयूर अंदराबी
- राजपोरा से अर्शिद भट
- सोपियां से जावेद अहमद कादरी
- अनंतनाग पश्चिम से मोहम्मद रफीक वानी
- अनंतनाग से एडोकेट सैय्यद वजाहत
- श्री गुफ्वारा-विजबहरा से सोफी यूसुफ
- शांगुस अनंतनाग पूर्व से वीर सराफ
- कोकरनाग से चौधरी रोशन हुसैन गुर्जर
- हब्बाकदाल से अशोक भट
- छानापोरा से हिलाल अहमद वानी
- सोनावारी से अब्दुल राशिद खान
- गुरेज से फकीर मोहम्मद खान
कहां कितनी सीटें?
बता दें जम्मू-कश्मीर में सीटों की बात की जाए तो केंद्रशासित प्रदेश में कुल 90 विधानसभा सीटें हैं. 47 सीटें कश्मीर और 43 सीटें जम्मू रीजन में हैं. जब केंद्रशासित प्रदेश में परिसीमन नहीं हुआ था तो 2014 के चुनाव तक सीटों की संख्या 87 हुआ करती थीं. इसमें से 37 सीटें जम्मू और 46 सीटें कश्मीर में थी.
इसके साथ ही चार सीटें लद्दाख में थी. राज्य के दर्जे में बदलाव के बाद लद्दाख अलग केंद्रशासित प्रदेश बन चुका है. परिसीमन के बाद में जम्मू में 6 और कश्मीर में एक सीट बढ़ी हैं. 90 सदस्यीय जम्मू कश्मीर विधानसभा के लिए तीन चरणों में 18 सितंबर, 25 सितंबर और एक अक्टूबर को मतदान होना है और मतों की गिनती आठ अक्टूबर को होगी.