इस्लामाबाद: पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में रविवार को सेना के काफिले पर हुए हमले में पांच सैनिकों की मौत हो गई है, जबकि 10 से ज्यादा के घायल हो गए. पुलिस ने बताया कि अशांत दक्षिण-पश्चिमी पाकिस्तान में सुरक्षा बलों को ले जा रही एक बस के पास सड़क किनारे बम विस्फोट हुआ.




स्थानीय पुलिस प्रमुख जफर जमानानी ने बताया कि यह हमला बलूचिस्तान के नौशकी जिले में हुआ. उन्होंने बताया कि विस्फोट से पास की एक अन्य बस भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई. मृतकों और घायलों को पास के अस्पताल में ले जाया गया.
सुमलानी ने बताया कि शुरुआती जांच में यह एक आत्मघाती हमला लगता है. एक आत्मघाती हमलावर ने विस्फोटकों से भरे वाहन को सेना के काफिले से टकरा दिया, जिससे जबरदस्त विस्फोट हो गया. पाकिस्तानी अखबार ‘द डॉन’ ने अधिकारियों के हवाले से बताया कि यह हमला पाकिस्तानी सेना के फ्रंटियर कोर (FC) के काफिले पर नोशाकी में राष्ट्रीय राजमार्ग पर किया गया.
बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री ने हमले की निंदा की
वहीं, बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री सरफराज बुगती ने हमले की निंदा की. किसी ने तत्काल जिम्मेदारी नहीं ली, लेकिन संदेह प्रतिबंधित बलूच लिबरेशन आर्मी पर होने की संभावना है, जिसने कुछ दिन पहले एक ट्रेन पर घात लगाकर हमला किया था, उसमें सवार करीब 400 लोगों को बंधक बनाया था और 26 बंधकों को मार डाला था.
इसके बाद सुरक्षा बलों ने अभियान चलाया और सभी 33 हमलावरों को मार गिराया. बता दें कि तेल और खनिज समृद्ध बलूचिस्तान पाकिस्तान का सबसे बड़ा और सबसे कम आबादी वाला प्रांत है. जातीय बलूच निवासियों ने लंबे समय से केंद्र सरकार पर भेदभाव का आरोप लगाया है. इस्लामाबाद इस आरोप से इनकार करता है. बलूच लिबरेशन आर्मी केंद्र सरकार से आजादी की मांग कर रही है.
एक हफ्ते में दूसरा हमला
एक हफ्ते के भीतर बलूचिस्तान में सेना के खिलाफ यह दूसरा बड़ा हमला है. इससे पहले बीएलए ने बलूचिस्तान में जाफर एक्सप्रेस ट्रेन का अपहरण कर लिया था. बीएलए ने 20 सुरक्षाकर्मियों को मौत के घाट उतार दिया था. चौबीस घंटे से ज्यादा चले ऑपरेशन में करीब 350 लोगों को मुक्त कराया गया.
