दीपक शर्मा की रिपोर्ट उमरिया/मानपुर= बीते 26 नवंबर को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मानपुर में ग्राम कछौहा निवासी हेमा पटेल की डॉक्टरों की लापरवाही के कारण समय पर इलाज न होने से मौत हो गई थी जिसके बाद हेमा पटेल के परिजनों के द्वारा शव को सीएचसी मानपुर के गेट पर रखकर मरीज का इलाज ना होने का आरोप लगाते हुए तत्काल बीएमओ निशांत सिंह परिहार के ऊपर दंडात्मक कार्यवाही व सीएचसी मानपुर से हटाने की मांग पर धरने में बैठ गए थे देर रात तक अपनी मांगों को लेकर धरने में बैठे मृतक हेमा पटेल के परिजन व ग्रामवाशियो को आखिरकार जिला कलेक्टर महोदय उमरिया द्वारा परिजनों से फोन पर बात कर धरना खत्म करने का आग्रह किया गया था और पूर्ण विश्वास दिलाया गया था की मेरे द्वारा इस घटना के जिम्मेदार बीएमओ निशांत सिंह को सीएचसी मानपुर से हटाने की कार्यवाही जरूर की जाएगी और दूसरे दिन संयुक्त टीम बनाकर सीएचसी मानपुर की जांच की गई और व्याप्त अव्यवस्थाओ को चुस्त दुरुस्त करने निर्देशित किया गया वहीं उक्त मामले के दोषी बीएमओ श्री परिहार का निलंबन तो दूर उनके अंगद की तरह जमे हुए पैरों को हिलाया तक नही जा सका बल्कि यहां पर शेवारात निर्दोष लैब टेक्नीशियन सत्यम गुप्ता को पद से पृथक कर बली का बकरा बनाया गया बता दे की बीएमओ निशांत सिंह परिहार मानपुर में पदस्थ होने के बाबजूद भी ब्योहारी में रहते है और महीनो में एक या दो बार ही मानपुर आते है जिससे सीएचसी मानपुर की स्वास्थ्य व्यवस्था को जंग सा लग गया है उसी लापरवाही का नतीजा ही है की इलाज के लिए आई हेमा पटेल को क्या पता था की सीएचसी मानपुर की लचर स्वस्थ्य व्यवस्था ही मेरी मौत का कारण बनेगी बहरहाल इस मामले में जिम्मेदार बीएमओ निशांत सिंह के ऊपर अभी कोई कार्यवाही नहीं की गई है कहीं ऐसा तो नहीं की हेमा पटेल की मौत के जिम्मेदारों के ऊपर कार्यवाही की फाइल लैब टेक्नीशियन सत्यम गुप्ता को हटाकर बंद कर दी जाएगी




