*पुस्तकों का विमोचन एवं कवि सम्मेलन संपन्न चित्रकूट*
*चित्रकूट से संजय मिश्रा की रिपोर्ट*
चित्रकूट धाम के साहित्यकार गुरु प्रसाद ” गुरु ” के काव्य संग्रह के विमोचन का आयोजन गंगा प्रसाद जनसेवा इंटर कालेज के सभागार में दो सत्रों में विभिन्न वक्ताओं के वक्तव्यों द्वारा जनसेवा इंटर कॉलेज में संपन्न हुआ। प्रथम सत्र में जिसमें पूर्व सांसद भैरों प्रसाद मिश्र, पूर्व मंत्री चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय, पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष चंद्र प्रकाश खरे ने प्रख्यात साहित्यकारों के मध्य उपस्थित होकर काव्य संग्रह का विमोचन किया तथा अपने – अपने विचार रखे और आश्वासन भी दिये कि हम शासन से गाय कल्याण की बात करेंगे।
मुख्य अतिथि एवं बीज वक्ता प्रोफेसर गया प्रसाद सनेही ने ‘ *नंदिनी* ‘ तथा *देता रहूंगा दस्तक* की संपूर्ण समीक्षा करते हुए व्याख्यान दिया। उन्होंने कहा कि गुरु प्रसाद के दोनों काव्य संग्रह का विषयबोध एवं सौंदर्यबोध प्रासंगिक है। भाव सौंदर्य प्रबल है। माटी पत्रिका के संपादक साहित्यकार रामचंद सरस ने काव्य संग्रह पर चर्चा करते हुए गाय संकट मानवीय क्रूरता तथा पाखंड आंखों पर व्यंग्य किया। उन्होंने कहा कि ‘गाय को मां मानने वाले ही गाय को अपने घर से निकाल दिया। नंदिनी काव्य संग्रह हिंदूवादियो की पोल खोल देता है।’ भारतीय क्षेत्रीय पत्रकार संघ के राष्ट्रीय महासचिव एवं प्रसिद्ध चिंतक, लोकतंत्र सेनानी रामपाल त्रिपाठी ने दोनों काव्य संग्रह की समीक्षा करते हुए कहा कि साहित्यकार की लेखनी में निष्पक्षता और निडरता दोनों आवश्यक है, यही सार्थक सृजन कहलाता है यह कार्य गुरु प्रसाद ने करके दिखाया है, आयुष्मान वानप्रस्थ विश्व विद्यालय के निदेशक एवं पूर्व बैंक प्रबंधक बलबीर सिंह ने अपने उद्बोधन में कहा कि आज के परिदृश्य में गुरु प्रसाद के दोनों काव्य संग्रह मील का पत्थर साबित होंगे वास्तव में आज गाय की जो दुर्दशा है, वह किसी से छिपी नहीं है,डॉ जितेन्द्र सिंह ने’ गुरू प्रसाद के काव्य संग्रह के हर विषय पर वक्तव्य देते हुए कहा गुरु प्रसाद ने अपनी कविताओं में आस्था को भी स्थान दिया है।’
अर्चन जी नंदिनी काव्य संग्रह पर बात करते हुए कहा कि’ गाय पालना लोग रूढ़िवादिता समझते जबकि रखैल पालना आधुनिकता है।’ प्रगतिशील युवा कवि डा. सुनील चित्रकूटी ने कहा कि ‘नंदिनी काव्य संग्रह में दुख भरी बंबाहट है जो गाय को चिरचुप्पी की ओर ले जा रही है। जब से किसान के खूंटे से नेताओं तथा सरकारी खूंटे में बंध गयी तब से गाय काल कवलित सुंरग में समाती जा रहा है। ‘अखिल भारतीय सेवा संस्थान के संचालक गोपाल भाई ने जनगीत ‘कइसे कटिहैं मिठुरन भरी रातें’ से सबका ह्रदय हिला दिया। नदी बचाओ आंदोलनकारी अभिमन्यु भाई ने कहा कि ‘चित्रकूट में नदी पेड़ पहाड़ और गाय की स्थिति चिंताजनक है।’ श्री योगेन्द्र द्विवेदी एजुकेशन सोसायटी साहित्य साधना ग्रुप के प्रबंधक तथा उ प्र साहित्य सभा के जिला अध्यक्ष डॉ.मनोज द्विवेदी ने उपस्थित होकर आयोजन के प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। आयोजन की अध्यक्षता करते हुए वीरेंद्र सिंह भ्रमर ने कहा कि ‘गुरु प्रसाद जी के कविता संग्रह ‘नंदिनी ‘ को भूमिका को मैंने लिखते समय भावुक हो गया। इस संग्रह में गहरी संवेदना है। कार्यक्रम का शुभारंभ सरस्वती वंदना से हुआ बाल कवयित्री प्रियांशी सिंह पल्लवी ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की।
द्वितीय सत्र में काव्यपाठ का आयोजन हुआ जिसमें महोबा से पधारे संतोष पटेरिया ने संचालन किया। दिनेश चौहान, हरिमोहन राय, बबेरू के गजलकार रामकरन साहू, रामावतार साहू तथा प्रमोद सरल जनवादी ग़ज़लों के माध्यम से सर्वहारा वर्ग को रेखांकित किये। गीतकार श्री नारायण तिवारी और दिनेश दीक्षित संघर्षी ने अपने गीतों से भक्ति रस घोल दिया। कथाकार और कवि रामचंद्र सरस ने अपनी कविताओं के माध्यम से समकालीन संकट पर प्रहार किया। कवि गुरु प्रसाद ने गाय पर अपनी मार्मिक कविता लयबद्ध द्वारा
हृदय कंपा दिया। सुनील चित्रकूटी ने बघेली गीत ‘ दारू मा बूंड़ गें गांव रे ‘ से समाज को शराब न पीने की सीख दी। कवि शिवपूजन यादव ने अपने चिर-परिचित हास्य व्यंग से उपस्थित श्रोताओं को गुदगुदाया शायर एवं गज़लकार हबीब खान एवं विक्रम वितुल ने शेरों-शायरी तथा तरन्नुम में गज़ल पेश की बाल कवयित्री प्रियांशी सिंह ” पल्लवी ” ने अपने मीठे स्वर से
झूमा दिया। श्रंगारिक कवि वीरेंद्र सिंह भ्रमर ने अपनी कविताओं के माध्यम से मानवता का संदेश दिया। युवा कवि रवि चित्तवृत्ति पत्रिका के संपादक मंडल सदस्य ने अपनी कविताएं पढ़ी। गुरु प्रसाद ने कवि, श्रोता ,विद्वतजनों, तथा जनपद के जो तमाम लोग उपस्थित होकर आयोजन को सफल बनाने में सहयोग दिया । सबका आभार व्यक्त किया।इस मौके पर गंगा प्रसाद जनसेवा इंटर कालेज के संस्कृत प्रवक्ता डॉ. शिवशंकर शुक्ल, वरिष्ठ समाजसेवी सभासद एवं शिक्षक शंकर प्रसाद यादव, भारतीय साहित्यिक संस्थान के सक्रिय सदस्य प्रेम चंद्र यादव, वरिष्ठ अधिवक्ता अमित यादव सहित अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।