उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में मध्यप्रदेश हिन्दी ग्रंथ अकादमी की कार्य समिति एवं प्रबंधन मंडल की बैठक हुई। डॉ. यादव ने कहा कि विद्यार्थियों को आसानी से पाठ्यक्रम की पुस्तक सुलभ हो, इसके लिए सभी विश्वविद्यालय में पुस्तक बिक्री केन्द्र शुरू किये जायेंगे। उन्होंने कहा कि अकादमी उच्च शिक्षा में हिन्दी में पुस्तक प्रकाशित करने वाली देश में पहली अकादमी है।
मंत्री डॉ. यादव ने कहा कि नवीन शैक्षाणिक-सत्र में भी उच्च शिक्षा विभाग से अनुसूचित जाति और जनजाति के विद्यार्थियों को पुस्तक सप्लाई करने का आदेश अप्रैल-मई तक जारी करें। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 अब तीसरे वर्ष में प्रवेश कर लिया है। इस परिप्रेक्ष्य में एनईपी और आजादी के अमृतकाल संबंधी संभाग स्तर एवं और सभी विश्वविद्यालयों में विद्यार्थियों के लिए आलेख-भाषण प्रतियोगिता जैसी गतिविधियों से नीति का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाये।
अपर मुख्य सचिव श्री के.सी. गुप्ता ने कहा कि म.प्र. हिन्दी ग्रंथ अकादमी डिजिटल बुक की दिशा में भी आगे बढ़े। आम नागरिक और कॉलेज विद्यार्थियों से सुझाव आमंत्रित कर पुस्तकों का हिन्दी अनुवाद और समाचार-पत्रों की ऑडियो बुक तैयार की जाये।
अकादमी के संचालक श्री अशोक कडैल ने विभिन्न विषय और आगामी योजनाओं की जानकारी दी। विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपति भी उपस्थित थे।