कानपुर के गुजैनी थाना क्षेत्र निवासी पेंटर की हत्या का खुलासा हो गया है। उसके जीजा ने ही पांच लाख रुपये के विवाद में सुपारी देकर हत्या कराई थी। यह हत्या किसी और ने नहीं बल्कि पेंटर के दोस्त ने ही 10 हजार रुपये में की थी। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
मूलरूप से शाहजहांपुर निवासी साहिल उर्फ अनिल (26) गुजैनी में एक घर में मां सरस्वती देवी, बहन मोहिनी, जीजा बब्बन, पत्नी और नौ महीने की बेटी के साथ रहता था। साहिल व उसके जीजा बब्बन दोनों ही साथ में पोताई का काम करते थे। मंगलवार की सुबह साहिल गदर-2 फिल्म देखने की बात बोलकर निकला था।
दूसरे दिन सुबह उसका शव मर्दनपुर में एक खेत में पड़ा मिला था। पुलिस ने मृतक के मोबाइल की सीडीआर निकलवाई तो पता चला कि वारदात वाले दिन उसने कई बार अपने दोस्त गुजैनी वरुण विहार निवासी शिव सिंह से की थी। मूलरूप से रसूलाबाद का रहने वाला शिव सिंह भी साहिल के साथ पोताई का काम करता था।
पुलिस ने उसे उठाकर पूछताछ की तो पता चला कि साहिल के जीजा बब्बन ने ही हत्या करवाई है। बताया कि घटना के दिन साहिल अपनी बाइक से सारा दिन उसके साथ घूमता रहा। पिक्चर देखी। इसके बाद शराब पी। इसके बाद सुनसान जगह पर ले जाकर ईंट से सिर कूंचकर हत्या कर दी।
शराब पीकर करता था बेइज्जत, इसलिए मरवा दिया
बब्बन ने बताया कि करीब तीन साल पहले स्व. ससुर रविशंकर के नाम की गुजैनी स्थित कॉलोनी पांच लाख रुपये में बेची थी। साहिल इस रुपयों में अपना हिस्सा मांग रहा था। रुपये न देने पर साहिल अक्सर शराब पीकर गालीगलौज करता था। समाज में बेइज्जत करता था, इसलिए उसे मरवा दिया।
रमईपुर में हत्या, मर्दनपुर में शव फेंका
पुलिस की पूछताछ में शिव सिंह ने बताया कि वह साहिल को शराब पीने के बहाने रमईपुर में एक फार्म हाउस के पास ले गया। यहीं पर ईंट से हमला कर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद बब्बन को फोन पर इसकी जानकारी दी। बब्बन ईको मैजिक गाड़ी से मौके आया। इसके बाद शव को गाड़ी में डालकर मर्दनपुर के पास खेत में फेंक दिया।
500 रुपये दिए, इसलिए रख ली थी बाइक
शिव सिंह ने बताया कि बब्बन ने हत्या के बाद 10 हजार रुपये देने की बात कही थी। काम होने के बाद उसने सिर्फ 500 रुपये थमा दिए। इस पर उसने साहिल की बाइक अपने पास रख ली थी।
पुलिस ने साहिल की बाइक, ईको मैजिक गाड़ी व खून से सनी चार ईंट भी बरामद की हैं। सर्विलांस टीम को वारदात की रात मृतक और दोनों हत्यारोपियों की लोकेशन एक साथ मिली, जिससे पुलिस को हत्या का खुलासा करने में बड़ी मदद मिली।