रांची। झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी (जेपीसीसी) ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यह कहते हुए आलोचना की कि वह कथित रूप से आदिवासियों के लोकनायक बिरसा मुंडा को श्रद्धांजलि देने के नाम पर राजनीति कर रहे हैं।
सियासी लाभ लेने झारखंड आए थे पीएम मोदी: राजेश ठाकुर
मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम में विधानसभा चुनावों का जिक्र करते हुए जेपीसीसी ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री इन राज्यों में अपने दौरे से राजनीतिक लाभ लेना चाहते हैं। जेपीसीसी अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा, हम अपने राज्य में पीएम मोदी का स्वागत करते हैं।
उन्होंने आगे कहा, प्रधानमंत्री ने बिरसा मुंडा की जन्मस्थली का भी दौरा किया, लेकिन जिस तरह से मंच को भगवा रंग से रंग दिया गया था, उसे देखते हुए हम कह सकते हैं कि वह श्रद्धांजलि अर्पित करने तो नहीं ही आए थे, बल्कि पांच राज्यों के चुनावों में सियासी लाभ पाने के लिए आए थे।
हेमंत सोरेन को जेल में डालना चाहते हैं पीएम मोदी: राजेश
ठाकुर ने झारखंड के लिए दोहरी मानसिकता रखने के लिए पीएम मोदी की आलोचना की। उन्होंने कहा, एक तरफ तो पीएम मोदी बिरसा मुंडा को श्रद्धांजलि दे रहे हैं, दूसरी तरफ जल-जंगल-जमीन के लिए संघर्ष करने वाले और बिरसा मुंडा का अनुकरण करने वाले झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को सलाखों के पीछे डालना चाहते हैं।
बाबूलाल मरांडी क्यों मंच पर आ गए: राजेश ठाकुर
वह आगे कहते हैं, पीएम मोदी यहां देश के प्रधानमंत्री के तौर पर नहीं आए थे, लेकिन वह एक भाजपा नेता के तौर पर आए थे। बाबूलाल मरांडी, जो अब झारखंड विधानसभा में भाजपा के सदस्य नहीं है, उन्हें मंच पर राज्य में भाजपा के अध्यक्ष के तौर पर जगह दे दी गई।
इससे तो साफ है कि मोदी एक पीएम के रूप में नहीं, बल्कि भाजपा नेता के तौर पर आए थे। झारखंड के लोग पूछ रहे हैं कि आखिर किस आधार पर मरांडी को मंच पर जगह दिया गया। ठाकुर ने प्रधानमंत्री से आदिवासियों के लिए सरना धर्म कोड को मान्यता देने और केंद्र से लगभग 1.40 लाख करोड़ रुपये का बकाया भुगतान करने की मांग की।