फाइनेंस मिनिस्टर निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) एक फरवरी को वित्त वर्ष 2023-24 का बजट पेश करेंगी। गुरुवार को परंपरागत हलवा सेरेमनी के साथ बजट को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। नॉर्थ ब्लॉक में सीतारमण की मौजूदगी में हलवा सेरेमनी का आय़ोजन किया गया। इस मौके पर केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री डॉ भागवत किशनराव कराड और पंकज चौधरी तथा वित्त मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। हर साल बजट की तैयारी के लिए लॉक इन प्रोसेस (lock-in process) से पहले हलवा सेरेमनी का आयोजन किया जाता है। इस सेरेमनी के दौरान वित्त मंत्री ने बजट प्रेस का दौरा किया और तैयारियों का जायजा लिया।
क्यों मनाई जाती है यह सेरेमनी
बजट डॉक्यूमेंट्स की प्रिंटिग शुरू होने के साथ ही पारंपरिक हलवा सेरेमनी मनाई गई। इस बार हलवा सेरेमनी गणतंत्र दिवस के दिन हुई। बजट को अंतिम रूप देने से पहले फाइनेंस मिनिस्ट्री में हलवा बनाया जाता है। यह परंपरा लंबे समय से चली आ रही है। इसकी वजह यह है कि अपने यहां हर शुभ काम की शुरुआत मीठे से होती है। कोरोना महामारी के कारण पिछले दो साल हलवा सेरेमनी नहीं हो पाई थी। इसकी जगह कर्मचारियों को कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए मिठाई दी गई थी।
क्या है हलवा सेरेमनी
हलवा सेरेमनी बजट की तैयारी पूरी होने का संकेत होती है। दशकों से बजट से पहले हलवा सेरेमनी का आयोजन होता आया है। इसे बजट के दस्तावेजीकरण के बाद मनाया जाता है। नार्थ ब्लॉक में जहां वित्त मंत्रालय है, उसके नीचे बेसमेंट में बजट प्रेस है। इस बजट प्रेस में हलवा सेरेमनी का आयोजन होता है। हलवा सेरेमनी के बाद बजट के छपाई शुरू होती है। हलवा सेरेमनी के बाद बजट निर्माण में लगे सभी कर्मचारी इस बेसमेंट में ही रहते हैं।
बेसमेंट में रहते हैं कर्मचारी
इस सेरेमनी में सचिवालय के नॉर्थ ब्लॉक में एक बड़ी कढ़ाही में हलवा बनाया जाता है। वित्त मंत्रालय के कर्मचारी कई दिनों से बजट निर्माण में लगे होते हैं। बजट बनने पर उनकी मेहनत को सराहा जाता है। इसके लिए हलवा खिलाकर उनका मुंह मीठा किया जाता है। हलवा सेरेमनी के बाद वित्त मंत्रालय के कर्मचारी नॉर्थ ब्लॉक के बेसमेंट में ही रहते हैं। ये कर्मचारी वित्त मंत्री के बजट भाषण के बाद ही बाहर निकलते हैं। ऐसा इसलिए होता है, जिससे बजट से जुड़ी कोई भी जानकारी लीक ना होने पाए।
कौन होते हैं ये कर्मचारी
ये वो कर्मचारी हैं जो बजट के बनाने की प्रक्रिया में शामिल रहते हैं और इन्हें एक तरह से नजरबंद रखा जाता है। केंद्रीय वित्त मंत्री द्वारा संसद में बजट पेश करने के बाद ही ये अधिकारी और कर्मचारी अपने परिवार के सदस्यों और दोस्तों के संपर्क में आते हैं। इसका मकसद बजट को गोपनीय रखना होता है। बजट छापने के लिए नॉर्थ ब्लॉक के अंदर ही प्रेस भी स्थित है।
डिजिटल बजट
पिछली दो बार की तरह इस बार भी बजट पेपरलेस होगा। सभी 14 यूनियन बजट डॉक्यूमेंट्स यूनियन बजट एक फरवरी को बजट पेश होने के बाद मोबाइल एप पर उपलब्ध होंगे। इनमें एनुअल फाइनेंशियल स्टेटमेंट, डिमांड ऑफ ग्रांट्स, फाइनेंस बिल आदि शामिल होते हैं। एनुअल फाइनेंशियल स्टेटमेंट को ही बजट कहा जाता है। यह एप एंड्रॉयड और एप्पल ओएस प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है।