नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मोदी सरकार ने बजट में हर वर्ग को कुथ न कुछ दिया है। वहीं इनकम टैक्स में छूट की सीमा को बढ़ाकर उन्होंने टैक्सपेयर्स को बड़ी राहत दी है। 2023-24 के आम बजट के ऐलान के बाद एक ओर पूरा मध्य वर्ग आयकर में भारी छूट प्रसन्न है पर महंगाई से राहत नहीं महसूस कर रहा है। महंगाई से राहत की उम्मीद में बैठे मिडिल क्लास को निराश हाथ लगी है। पूर्वी दिल्ली के गीता कॉलोनी में रहने वाली गृहणी विमला देवी ने आईएएनएस से बातचीत कहा, मुझे तो कोई फर्क नहीं लगता बजट में, क्यों कि आटा, दाल, चावल जैसी बुनियादी वस्तुओं के दाम में कोई अंतर नहीं आने जा रहा है। मिडिल क्लास के लिए सरकार ने क्या किया है? मेरे हिसाब से तो महंगाई कम होनी चाहिए थी, जिसमें की कोई कमी नहीं आई है। सिर्फ निजी टैक्स में राहत मिल जाने से महंगाई कम नहीं होगी।
एक दुकानदार पिंटू ने आगे कहा, जहां तक मेरी समझ है, यह पूरा बजट दूरगामी परिणाम वाला हो सकता है। कुछ यंत्रों के दामों में जरूर गिरावट हुई है, लेकिन आवश्यक दैनिक इस्तेमाल करने वाले वस्तुओं में भी छूट की हम उम्मीद कर रहे थे। सरकार विशेषज्ञों की राय लेकर ही बजट बनाती है तो आने वाले दिनों इसके परिणाम साफ हो पाएंगे कि सरकार कितनी कामयाब रही।
किसानों के लिए श्री अन्न योजना शुरू करने की घोषणा की गई है। इसके तहत मोटे अनाजों को उपजाने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। ज्वार, बाजरा और रागी की उपज बढ़ाने पर जोर है। शायद इसके पीछे सरकार की मंशा किसानों को राहत देने की हो।