मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में हर युवा को उसकी योग्यता के अनुरूप रोजगार दिलाया जाएगा। सरकारी भर्ती, स्व-रोजगार और लर्न एंड अर्न योजना से हर युवा को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जाएंगे। मुख्यमंत्री युवा कौशल कमाई योजना से युवाओं को विभिन्न व्यवसायों में प्रशिक्षण के साथ ही 8 हजार रूपये प्रतिमाह मानदेय भी दिया जाएगा। आगामी 15 अगस्त तक 1 लाख सरकारी पदों पर भर्ती की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना में युवाओं को रोजगार के लिए 1 लाख से 50 लाख तक ऋण और अनुदान उपलब्ध कराया जा रहा है। आज प्रदेश के हर जिले में रोजगार दिवस मन रहा है और युवकों को स्व-रोजगार के लिए ऋण वितरण किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान आज नीमच में राज्य स्तरीय रोजगार दिवस कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने 2 लाख 31 हजार 760 युवाओं को विभिन्न स्व-रोजगार योजना में 2779 करोड़ रूपये का ऋण वितरित किया। मुख्यमंत्री ने विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास भी किया। इसमें नीमच के नवीन मेडिकल कॉलेज तथा गांधी सागर-2 समूह पेयजल प्रदाय परियोजना का शिलान्यास और नवीन मंडी परिसर डूंगलावदा चंगेरा का लोकार्पण शामिल है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना में स्व-रोजगार के लिए ऋण प्राप्त करने वाले युवा उद्यमी श्री फारूख खान मुरैना, श्री रोहित बैतूल, श्री विवेक सोनी गुना और श्री जितेंद्र मिश्रा सतना से वर्चुअली संवाद कर रोजगार स्थापना संबंधी जानकारी ली और शुभकामनाएँ भी दी।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि हर बहन, बेटी और माता में मुझे देवी का स्वरूप दिखाई देता है। हमारी संस्कृति कहती है कि जहाँ नारियों की पूजा होती है वही देवताओं का निवास होता है। मध्यप्रदेश में नारियों का सम्मान सर्वोच्च है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने भादवा माता मंदिर का विकास और कॉरिडोर निर्माण किए जाने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में नारियों से भेदभाव होता था। पहले 1000 बेटों पर 900 बालिकाएँ पैदा होती थी। मैंने संकल्प लिया कि मध्यप्रदेश की धरती पर बेटियों के प्रति भेदभाव को समाप्त किया जाएगा और उन्हें वरदान बनाया जाएगा। प्रदेश में लाड़ली लक्ष्मी योजना चालू की गई। आज प्रदेश में 44 लाख 50 हजार लाड़ली लक्ष्मी हैं। प्रति 1000 बेटों पर 956 बेटियाँ पैदा हो रही है। इस दिशा में मैं तब तक प्रयास करता रहूँगा, जब तक 1000 बेटों पर 1000 बेटियाँ पैदा नहीं होती। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में शुरू की गई लाड़ली बहना योजना बहनों की जिंदगी और परिवार की स्थिति बदलने की योजना है। योजना के फार्म 25 मार्च से भरने प्रारंभ हो जाएंगे। इसके लिए हर गाँव और वार्ड में शिविर लगेंगे। योजना के लिए ईकेवाईसी कॉमन सर्विस सेंटर, राशन की दुकान और एमपी ऑनलाइन किओस्क पर भरे जाएंगे। बहनों को इसके लिए कोई शुल्क नहीं देना। इसका शुल्क 15 प्रति आवेदन सरकार द्वारा भरा जाएगा। यदि कोई पैसा मांगे तो 181 पर शिकायत करना। संबंधित के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। आगामी 10 जून से बहनों के खाते में राशि आने लगेगी।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि नशा सामाजिक बुराई है, इसे दूर किया जाना चाहिए। सरकार ने निर्णय लिया है कि आगामी 1 अप्रैल से प्रदेश में सभी शराब के अहाते बंद कर दिए जाएंगे। सार्वजनिक स्थानों पर शराब पीना प्रतिबंधित रहेगा।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि हाल ही में ओलावृष्टि से हुए नुकसान की समुचित भरपाई सरकार द्वारा की जाएगी। जिन किसानों की फसलों को 50 प्रतिशत से अधिक नुकसान हुआ है उन्हें 32 हजार रूपए प्रति हेक्टर के हिसाब से मुआवजा दिया जाएगा। फसल बीमा का लाभ भी मिलेगा। सरकार डिफाल्टर किसानों के ब्याज की राशि स्वयं भरेगी और उन्हें जीरो प्रतिशत ब्याज पर फसल ऋण उपलब्ध कराया जाएगा। इसके लिए बजट में 2500 करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है। फसल ऋण चुकाने की तिथि 31 मार्च को आगे बढ़ाया जायेगा।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सरकार द्वारा क्षेत्र के लिए 17 सौ करोड़ रूपए की योजना स्वीकृत की गई है, जिससे घर-घर नल के द्वारा जल पहुँचाया जाएगा। आज नीमच क्षेत्र के लिए करोड़ों के विकास कार्यों का शिलान्यास और लोकार्पण किया गया है। उन्होंने कहा कि नीमच मेडिकल कॉलेज का नाम वीरेंद्र कुमार सकलेचा मेडिकल कॉलेज होगा। इसी प्रकार मंदसौर मेडिकल कॉलेज का नाम श्री सुंदरलाल पटवा मेडिकल कॉलेज और रतलाम मेडिकल कॉलेज का नाम डॉक्टर लक्ष्मी नारायण पांडे मेडिकल कॉलेज होगा।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कन्या-पूजन के साथ कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया। एमएसएमई मंत्री श्री ओमप्रकाश सकलेचा, सांसद श्री सुधीर गुप्ता, विधायक श्री दिलीप सिंह परिहार और श्री अनिरुद्ध माधव मारू ने भी संबोधन दिया। चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास सारंग, पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री सुश्री उषा ठाकुर, जन-प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में नागरिक मौजूद रहे।