पुलिस महनिरीक्षक वाराणसी ने की पीड़ित परिवार से मुलाकात
मछलीशहर जौनपुर: कोतवाली क्षेत्र के मुतफाबाद बाजार स्थित तालाब में एक नाबालिग दलित किशोरी का का शव उतराया हुआ मिला। घटना की सूचना पर पहुंची कोतवाली पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पीड़ित परिवार के परिजनों ने गांव के ही तीन युवक सहित एक महिला पर हत्या कर शव तालाब में फेकने का आरोप लगाया है।
मृतक किशोरी के पिता ने कोतवाली में 20 तारीख को अपने पुत्री के गायब होने की तहरीर दी थीं। जिसके बाद कोतवाली पुलिस उनकी तहरीर के आधार पर गुमसुदगी का मुकदमा दर्ज कर गांव के ही तीन युवकों को हिरासत में लिया था। किन्तु मृतक के पिता के अनुसार पुलिस ने रेहान, मन्नान और फिरदौस गुरुवार सांय रुपए लेकर छोड़ा दिया। जिसके बाद तीनों ने उनकी पुत्री का अपरहण कर उसके साथ दुष्कर्म किया और तालाब में फेक दिया। मृतक के पिता के अनुसार गुरुवार को मैं और अपने परिवार के साथ रेहान के घर गया था। जहा घर पर मौजूद उसकी बहन रूखसार ने फोन पर मेरी मृतक बेटी से बात भी कराई थी। जिसके बाद उसने पुलिस के दबाव में वह मोबाइल नंबर दिया था, किन्तु बाद में बंद हो गया। इधर शुक्रवार सुबह बाजार स्थित तालाब के पास शव मिलने की सुचना पर पहुंचे मृतक के पिता ने शव को अपने बेटी के होने बात कही। मौके पर पहुंचे प्रभारी निरिक्षक सत्य प्रकाश सिंह ने शव को कब्जे में लेते हुऐ पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मृतक के पिता की तहरीर पर पुलिस ने रेहान, फिरदौस, मन्नान और रूखसार के खिलाफ हत्या समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है।
पीड़ित परिवार से मिले पुलिस महनिरीक्षक वाराणसी
उधर पीड़ित परिवार को पुलिस महानिरीक्षक वाराणसी के थाने की निरिक्षण की सुचना पर कोतवाली पहुंच गए। महानिरीक्षक मोहित गुप्ता ने पीड़ित परिवार की आप बीती सुनी। पीड़ित परिवार के अनुसार कोतवाली पुलिस के कुछ पुलिस कर्मियों की लापरवाही की वजह से हत्या हुई। यदि उन्होंने रुपए लेकर आरोपितो को नही छोड़ा होता तो मेरी बेटी की जान बच जाती। जिसके बाद उन्होने दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ प्रार्थना पत्र देने को कहा। पीड़ित परिवार ने दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ प्रार्थना पत्र दिया। जिसके बाद पुलिस महानिरीक्षक ने क्षेत्राधिकारी गिरेन्द्र सिंह प्रार्थना पत्र की जांच करते हुए दोषी पुलिस कर्मियों का नाम को कहा। जिसके बाद पीड़ित परिवार संतुष्ट हुआ।