असम में राहुल गांधी की न्याय यात्रा के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज किया है. ऊपरी असम में जोरहाट जिले की पुलिस ने गुरुवार दोपहर जोरहाट शहर से गुजरते समय यात्रा मार्ग के सरकारी दिशा-निर्देशों के उल्लंघन करने के मामले में यह कार्रवाई की है. पुलिस ने रैली के आयोजकों के खिलाफ स्वत: संज्ञान लेते हुए केस दर्ज किया है.
पुलिस ने बताया कि राहुल गांधी के नेतृत्व में यात्रा अपने निर्धारित रास्ते से हटकर ऊपरी असम के इस शहर को पार करते समय एक गैर-चार्टर्ड मार्ग पर चल रही थी. जोरहाट पुलिस ने कहा कि अचानक रास्ता बदलने की वजह से व्यवधान पैदा हो गया.
भीड़ को बैरिकेड तोड़ने के लिए उकसाया, पुलिस पर हमला
केबी बायजिउ और अन्य के नेतृत्व में आयोजकों ने भीड़ को टैफिक बैरिकेड तोड़ने के लिए उकसाया. इसके साथ ही ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों पर हमला किया. स्वत: संज्ञान में मामले को लेकर दर्ज की गई एफआईआर में यह भी लिखा गया है कि उन्होंने ‘भगदड़/दंगा’ जैसी स्थिति पैदा की.
केबी बायजू और अन्य लोगों ने कथित तौर पर आपराधिक साजिश के तहत लोगों को उकसाया. पुलिस ने शिकायत के आधार पर जोरहाट पीएस केस संख्या 20/2024 धारा 120(बी)/115(II)/143/147/188/283/323/353 आर/डब्ल्यू पीडीपीपी अधिनियम की धारा 3 के तहत मामला दर्ज किया है.
बताते चलें कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी की न्याय यात्रा 14 जनवरी को मणिपुर में शुरू हुई थी. इसके बाद नागालैंड से होते हुए 18 तारीख को इस यात्रा ने असम में प्रवेश किया और 19 जनवरी को दुनिया के सबसे बड़े बसे हुए नदी द्वीप माजुली तक जाएगी.
कन्याकुमारी से कश्मीर तक पैदल की थी भारत जोड़ो यात्रा
बताते चलें कि राहुल गांधी ने इससे पहले दक्षिण भारत के कन्याकुमारी से कश्मीर तक भारत जोड़ो यात्रा पैदल की थी. इस बार की भारत जोड़ो न्याय यात्रा में अंतर यह है कि इस बार हाइब्रिड मॉडल का इस्तेमाल किया है. यानी पद यात्रा कम हो रही है और यात्रा का बड़ा हिस्सा विशेष बस से पूरा किया जा रहा है. राहुल गांधी ने बताया है कि लोकसभा चुनाव में समय कम होने की वजह से ऐसा किया जा रहा है.