फिजियोलॉजी या मेडिसिन में 2023 के नोबेल पुरस्कार की घोषणा हो गई है। कैटालिन कारिको और ड्रू वीसमैन को यह पुरस्कार दिया गया है। न्यूक्लियोसाइड बेस संशोधनों से संबंधित उनकी खोजों के लिए यह प्रतिष्ठित पुरस्कार प्रदान किया गया है। उनकी खोज ने कोविड-19 के खिलाफ प्रभावी mRNA टीकों के विकास को में मदद की। नोबेल पुरस्कार की छह दिवसीय घोषणाएं सोमवार से होने लगी हैं। चिकित्सा के क्षेत्र में दिए जाने वाले इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के विजेता के नामों की घोषणा के साथ इसकी शुरुआत हुई।
पिछले साल स्वीडिश वैज्ञानिक स्वांते पाबो ने मानव विकास क्रम में खोज के लिए फिजियोलॉजी या चिकित्सा के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार जीता था। उनकी खोज ने निएंडरथाल डीएनए के रहस्यों का खुलासा किया था, जिसने गंभीर कोविड -19 के प्रति हमारी संवेदनशीलता सहित हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली के सिलसिले में महत्वपूर्ण अंतर्दृष्टि प्रदान की थी। निएंडरथल वास्तव में प्राचीन मानव समूह के सदस्य थे जो कम से कम 200,000 साल पहले, प्लेइस्टोसिन युग के दौरान उभरा था।
निएंडरथाल यूरोप के अटलांटिक क्षेत्रों से लेकर पूर्व में मध्य एशिया तक यूरेशिया में और सुदूर उत्तर से लेकर वर्तमान बेल्जियम तक और सुदूर दक्षिण से लेकर भूमध्य सागर और दक्षिण पश्चिम एशिया तक फैले थे। माना जाता है कि यह समूह मानव अनुकूलन का एक उल्लेखनीय प्रमाण है। चिकित्सा के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार स्वांते पाबो के परिवार में दूसरा पुरस्कार था। पाबो के पिता सुने बर्जस्ट्रॉम ने 1982 में चिकित्सा में नोबेल पुरस्कार जीता था। मंगलवार को भौतिकी, बुधवार को रसायन विज्ञान और बृहस्पतिवार को साहित्य के क्षेत्र में दिए जाने वाले नोबेल पुरस्कार विजेता के नाम की घोषणा होगी।
नोबेल शांति पुरस्कार की घोषणा शुक्रवार को और अर्थशास्त्र के क्षेत्र में इस पुरस्कार के विजेता की घोषणा 9 अक्टूबर को की जाएगी। पुरस्कारों में 11 मिलियन स्वीडिश क्रोनर यानी 1 मिलियन अमेरिकी डॉलर अर्थात दस लाख डॉलर का नकद पुरस्कार दिया जाता है। यह धनराशि पुरस्कार के संस्थापक, स्वीडिश आविष्कारक अल्फ्रेड नोबेल द्वारा छोड़ी गई वसीयत से आती है, जिनकी 1896 में मृत्यु हो गई थी। स्वीडिश मुद्रा के गिरते मूल्य के कारण इस वर्ष पुरस्कार राशि में 1 मिलियन यानी दस लाख क्रोनर की बढ़ोतरी की गई। पुरस्कार विजेताओं को अल्फ्रेड नोबेल की पुण्यतिथि पर 10 दिसंबर को समारोह में पुरस्कार प्राप्त करने के लिए आमंत्रित किया जाता है। प्रतिष्ठित शांति पुरस्कार अल्फ्रेड नोबेल की इच्छा के अनुसार ओस्लो में दिया जाता है, जबकि दूसरे पुरस्कार समारोह का आयोजन स्टॉकहोम में किया जाता है।