नागपुर: विराट कोहली (Virat Kohli) दुनिया के टॉप फील्डर में गिने जाते हैं। मैदान पर उनकी फील्डिंग के उदाहरण दिये जाते हैं। लेकिन पिछले कुछ समय से विराट कोहली लगातार निराश कर रहे हैं। इसकी वजह उनकी फील्डिंग ही है। टेस्ट में विराट को स्लिप में खड़ा किया जा रहा है। वहां वह लगातार कैच गिरा रहे हैं। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ नागपुर टेस्ट की पहली पारी में विराट ने दो कैच छोड़े थे। इससे पहले बांग्लादेश दौरे पर भी विराट ने टेस्ट मैचों में कैच टकपाए थे।
विराट ने फिर टपकाया कैच
विराट कोहली ने दूसरी पारी में भी कैच छोड़ दिया। रविचंद्रन अश्विन की गेंद डेविड वॉर्नर के बल्ले का किनारा लेकर स्लिप में गई। विराट के लिए यह आसान कैच था लेकिन वह इसे नहीं लपक पाए। गेंद उनके हाथ में जाने के बाद बाहर निकल गई। हालांकि इससे पहले उन्होंने उस्मान ख्वाजा का कैच लिया था। टर्निंग पिच पर स्लिप फील्डर की भूमिका काफी अहम हो जाती है। लेकिन विराट लगातार निराश कर रहे।
फैंस को आई रहाणे की याद
अजिंक्य रहाणे पिछले कई सालों में टेस्ट में भारत के लिए स्लिप में फील्डिंग कर रहे थे। उन्होंने स्पिन गेंदबाजों के खिलाफ उनकी कैचिंग कमाल की थी। एक टेस्ट मैच में फील्डर के रूप में सबसे ज्यादा 8 कैच लेने का वर्ल्ड रिकॉर्ड भी रहाणे के ही नाम हैं। उन्होंने 2015 में गॉल टेस्ट में श्रीलंका के खिलाफ यह कारनामा किया था। इसमें 6 कैच स्पिनरों की बॉल पर ही थे। पिछले साल उन्हें टीम से ड्रॉप कर दिया गया और तब से स्लिप में कैच भी ड्रॉप हो रहे हैं।
ड्रॉप कैच का बना चुके शतक
इंटरनेशनल क्रिकेट में विराट कोहली 100 से ज्यादा कैच छोड़ चुके हैं। क्रिकेट डॉट कॉम की डेटा के अनुसार इस टेस्ट से पहले विराट ने 99 कैच इंटरनेशनल मैचों में छोड़े थे। इस मैच में ही वह तीन कैच गिरा चुके हैं। इस तरह उनके ड्रॉप कैच की संख्या 102 हो चुकी हैं। इस मैच से पहले विराट ने इंटरनेशनल क्रिकेट में 396 मैच खेले थे। इसमें उनके नाम 295 कैच हैं। वह फील्डर के रूप में क्रिकेट इतिहास में सबसे ज्यादा कैच लेने के मामले में 7वें नंबर पर हैं।