ताइवान को चीनी हमले के लिए तैयार रहने की सलाह
वॉशिंगटन पोस्ट की समीक्षा में लीक हुए खुफिया दस्तावेज से ताइवान की सुरक्षा को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। इस रिपोर्ट में सार्वजनिक रूप से ताइवान की खुद की रक्षा क्षमताओं के बारे में कहा गया है कि उसे चीन के आक्रमण के लिए तैयार होना चाहिए। दस्तावेजों के अनुसार, पेंटागन के अधिकारी कई कारणों के आधार पर दावा करते हैं कि ताइवान कभी भी चीन के हवाई हमलों का मुकाबला नहीं कर सकता है। वहीं ताइवान के अधिकारियों का दावा है कि उनकी हवाई सुरक्षा मिसाइल लॉन्च का सटीक पता लगा सकती है। इनतना ही नहीं, ताइवान के आधे से अधिक विमान पूरी तरह मिशन हो अंजाम देने में सक्षम हैं।
चीन ने बढ़ाई अमेरिकी खुफिया एजेंसियों की चिंता
चीनी सैन्य अभियानों की बढ़ती संख्या, सैन्य अभ्यास के लिए असैन्य जहाजों का इस्तेमाल करने की आदत अमेरिकी जासूसी एजेंसियों की किसी हमले की योजना का पता लगाने की क्षमता को कमजोर कर रही है। इन दस्तावेजों में गंभीर आकलन के आधार पर बताया गया है कि चीनी वायु सेना बहुत जल्द ही ताइवान के आसमान पर नियंत्रण स्थापित कर सकती है। हालांकि, खुफिया जानकारी यह भी बताती है कि ताइवान में पैर जमाने के लिए चीनी सेना को भारी संघर्ष करना होगा। इसमें अमेरिका, ताइवान और उसके सहयोगी देश चीन के खिलाफ एक साथ कार्रवाई करने को मजबूर होंगे।
अमेरिका को 4 अन्य चीनी जासूसी गुब्बारे का पता चला
एक अलग रिपोर्ट में वॉशिंगटन पोस्ट ने खुलासा किया है कि अमेरिकी खुफिया एजेंसियों को चार अतिरिक्त चीनी जासूसी गुब्बारों के बारे में पता चला है। इनमें से एक को इस साल की शुरुआत में अमेरिका के ऊपर उड़ान भरने के बाद मार गिराया गया था। अखबार ने बताया कि एक दूसरा जासूसी गुब्बारा अमेरिकी कैरियर स्ट्राइक ग्रुप के ऊपर से उड़ा था, जबकि तीसरा दक्षिण चीन सागर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। दस्तावेजों के अनुसार, चीन के एक गुब्बारे ने दिसंबर 2021 से मई 2022 तक दुनिया का चक्कर लगाया। अमेरिका ने इस गुब्बारे को बुलगर -21 का नाम दिया था। दावा किया गया है कि इसमें भी जासूसी उपकरण और सेंसर लगाए गए थे।