*मोदी योगी जी अच्छे हैं लेकिन सांसद ने नहीं किया काम… प्रत्याशी बदलने की उठ रही मांग…*
*क्षेत्र की जनता में दिखने लगा विरोधाभास… आख़िर कैसे चुनावी नैय्या पार लगा पायेंगे आर के सिंह पटेल*
*चित्रकूट.* बांदा चित्रकूट संसदीय क्षेत्र से सत्ताधारी दल भाजपा के वर्तमान सांसद व घोषित प्रत्याशी आर के सिंह पटेल को टिकट देना क्षेत्र की जनता को रास नहीं आ रहा है ग्रामीण प्रत्याशी बदलने की मांग कर रहे हैं l
ग्रामीणों ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी व मुख्यमंत्री योगी द्वारा किए जा रहे कार्य बहुत अच्छे हैं लेकिन बांदा चित्रकूट संसदीय क्षेत्र से वर्तमान सांसद आर के सिंह पटेल की कार्यशैली अच्छी नहीं है वह कभी भी आम जनमानस से जुड़े मुद्दों पर आवाज़ नही उठाई है और न ही गांवों में भ्रमण किया है और चुनाव नज़दीक आते ही गांव गांव पहुंचकर मोदी और योगी द्वारा किए जा रहे जनकल्याणकारी योजनाओं को प्रचारित करने का काम कर रहा है और अपनी चुनावी नैय्या पार लगाने की जुगत लगा रहा है l
वहीं ग्रामीणों ने दबी जुबान में बताया कि वर्तमान सांसद व घोषित प्रत्याशी आर के सिंह पटेल के कारनामें तो कुछ हद तक सही हैं लेकिन उनके पुत्रों द्वारा किया गया अत्याचार आज भी लोगों के जेहन में ताजा है l
सांसद पुत्र सुनील सिंह पटेल के कारनामें तो काफी चर्चित रहे जो अपनी दबंगई व रसूख के चलते लोगों पर कहर बरपाता है और उन गरीबों की कोई सुनता नहीं है उल्टा उनके विरूद्ध ही पुलिस के जिम्मेदारों द्वारा कार्यवाही की जाती रही है l
भरतकूप थाना क्षेत्र के रौली कल्याणपुर में अनुसूचित जाति के लोगों को सांसद पुत्र व उसके गार्डों द्वारा बेरहमी से मारा पीटा गया था और उनको ही थाने में बंद करवा दिया गया था जिसमें महिलाओं तक को नहीं छोड़ा गया था और पुलिस द्वारा पैसे लेकर पीड़ितों को छोड़ा गया था लेकिन आरोपी सांसद पुत्र व उसके गार्डों के विरूद्ध मुकदमा तक पंजीकृत नहीं किया गया था l वहीं मानिकपुर थाना क्षेत्र के पंचवटी ढाबे में एक गरीब ब्राह्मण के ढाबे में कार्य करने वाले लोगों को सांसद पुत्र व उसके समर्थकों ने ढाबे में घुसकर मारा पीटा था और काफ़ी तोड़फोड़ की थी लेकिन इस मामले में भी मुकदमा पंजीकृत नहीं किया गया था सत्ता व रसूख के बल पर मामले को समझौते के आधार पर खत्म कर दिया गया था l
जिला चिकित्सालय में सांसद पुत्र के कारनामें को कौन नहीं जानता है जिसमें सांसद पुत्र ने एक महिला नर्स से अभद्रता की थी जिसमें महिला नर्स द्वारा सदर कोतवाली कर्वी में सांसद पुत्र के खिलाफ़ मुकदमा दर्ज़ करने के लिए तहरीर दी गई थी लेकिन सत्ता व रसूख के बल पर इस मामले को भी सुलह समझौता करके रफा दफा कर दिया गया था l
वहीं सांसद पुत्र द्वारा ज़िला मुख्यालय के मुख्य चौराहे ट्रैफिक चौराहा (अब धनुष बाण चौराहा) पर ख़ूब उपद्रव किया गया था जिसमें सांसद पुत्र सुनील सिंह पटेल गाली गलौज करते हुए दिखाई दे रहे हैं जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर ख़ूब सुर्खियां बटोर रहा है l
वहीं दिवंगत भाजपा नेत्री माया कोल ने अपनी मौत से पहले सांसद आर के सिंह पटेल व सांसद पुत्र सुनील सिंह पटेल के ऊपर दबाव बनाकर अपने सजातीय प्रत्याशी को दबाव बनाकर वोट डालने जैसे मामले को लेकर बनाया गया वीडियो खूब चर्चित हो रहा है जिसमें भाजपा नेत्री ने सांसद आर के सिंह पटेल व उसके पुत्र सुनील सिंह पटेल के कारनामों को उजागर करने का काम किया है और बताया है कि कैसे पार्टी की नीतियों को दर किनार कर सांसद व सांसद पुत्र द्वारा अपने सजातीय प्रत्याशी को जिताने के लिए पार्टी की नीतियों को तार तार किया जाता है l
वहीं वर्तमान सांसद व घोषित प्रत्याशी आर के सिंह पटेल की कार्यशैली पर लोगों ने गंभीर सवाल उठाए हैं और सांसद पुत्र सुनील सिंह पटेल के कारनामों को लेकर ख़ूब चर्चाएं हो रही हैं और सत्ताधारी दल भाजपा के वर्तमान सांसद व प्रत्याशी आर के सिंह पटेल के टिकट बदलने की मांग की जा रही है l
सवाल यह भी उठ रहा है कि प्रधानमंत्री मोदी व मुख्यमंत्री योगी की कार्यशैली के बल पर वर्तमान सांसद आर के सिंह पटेल अपनी चुनावी नैय्या पार लगाने की जुगत लगा रहे हैं लेकिन आम जनता द्वारा किए जा विरोध के चलते क्या आर के सिंह पटेल का टिकट बदलने का काम किया जायेगा या फिर आम जनता आर के सिंह पटेल की चुनावी नैय्या को डुबोने का काम करेगी l