धार। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को धार जिले में एक मेधावी बिटिया के निमंत्रण पर उसके घर का दौरा किया और परिजनों के साथ बैठकर चाय की चुस्की ली। दरअसल, बालिका स्कूटी योजना के तहत लाभान्वित हुई वर्षा नामक मेधावी बिटियां ने ‘मामा’ को निमंत्रण दिया। जिसके बाद मामा वर्षा के घर पहुंचे।
क्या है पूरा मामला?
मुख्यमंत्री शिवराज धार जिले के सुंद्रेल गांव में एक चुनावी रैली को संबोधित करने के लिए पहुंचे थे। इस दौरान स्कूटी योजना से लाभान्वित वर्षा नामक बिटियां मंच पर पहुंची और मुख्यमंत्री को बताया कि उसने 12वीं कक्षा प्रथम श्रेणी से पास की है और उसे स्कूटी मिली है। इसके बाद वर्षा ने माम को अपने घर पर एक कप चाय पीने के लिए आमंत्रित किया और मामा ने बिटिया का निमंत्रण स्वीकार किया और रैली समाप्त होने के बाद स्कूटी वाली बिटियां के घर पहुंचे।
मुख्यमंत्री ने चलाई स्कूटी
वर्षा के घर पहुंचकर मुख्यमंत्री ने परिजनों का अभिवादन स्वीकार किया। इस अवसर पर उन्होंने वर्षा की स्कूटी चलाई और फोटो भी खिंचवाई। बता दें कि वर्षा की मां से शिवराज सिंह चौहान ने राखी भी बंधवाई।
क्या कुछ बोले CM शिवराज?
वर्षा के परिजनों के साथ चाय पीने के बाद शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि चाय इतनी ज्यादा स्वादिष्ट थी कि मैं इसका वर्णन नहीं कर सकता, क्योंकि इसमें मेरी बहन का प्यार मिला है। मैं बहुत खुश हूं, वर्षा के पिता नहीं हैं, लेकिन मामा हैं।
मां की मेहनत लाई रंग
वर्षा की मां की मेहनत रंग लाई। उन्होंने मजदूरी कर बिटिया को पढ़ाया। जिसकी बदौलत बिटिया ने 12वीं कक्षा में 85 फीसद से ज्यादा अंक हासिल किए और उसे स्कूटी मिली। मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि मेरा संकल्प है कि गरीब परिवारों में जन्में विद्यार्थी शिक्षा से वंचित न रहें। बच्चों के सपनों को मरने नहीं दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि सभी बच्चों को आश्वस्त होना चाहिए कि उनकी मां हमेशा उनके साथ हैं।