UP के वाराणसी में देव दीपावली का भव्य कार्यक्रम हुआ. उत्तर प्रदेश सरकार ने इस कार्यक्रम को भव्य बनाने के लिए 12 लाख दीपों से घाटों को रोशन किया. इनमें एक लाख दीप गाय के गोबर के बने हुए थे. साफ-सफाई करके तिरंगा स्पायरल लाइटिंग से शहर व घाट सजाए गए.
देव दीपावली पर 8 से 10 लाख पर्यटकों काशी पहुंचे. सुरक्षा के भी कड़े इंतज़ाम किए गए. इस बार देव दीपावली देखने के लिए 70 देशों के राजदूत और 150 विदेशी डेलीगेट्स बनारस पहुंचे. उन सभी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में देव दीपावली देखी.
यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने नमो घाट पर देव दीपावली पर पहला दीपक जलाकर कार्यक्रम की शुरुआत की.
70 से ज्यादा देशों के राजदूत आए वाराणसी
इस बार देव दीपावली पर 70 से ज्यादा देशों के राजदूत और राजनयिक वाराणसी आए. इस यात्रा का आयोजन विदेश मंत्रालय ने किया. मेहमानों ने कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर मिट्टी के दीये जलाते हुए देखे और ऐतिहासिक शहर वाराणसी में गंगा आरती और देव दीपावली भी देखी.
विदेशी मेहमानों के आकर्षण का केंद्र बन रहा वाराणसी
इससे पहले वाराणसी में G20 की अध्यक्षता के दौरान एक अहम बैठक भी आयोजित हुई थी. जिसमें G20 विकास मंत्रियों की बैठक और G20 संस्कृति मंत्रियों की बैठक हुई थी. वाराणसी ने SCO की कई बैठकों की मेजबानी भी की है. इस वर्ष भारत की अध्यक्षता के दौरान वाराणसी को पहले एससीओ सांस्कृतिक शहर के रूप में नामित किया गया था. इस महीने की शुरुआत में, विदेश मंत्रालय ने दिवाली की पूर्व संध्या पर आयोजित दीपोत्सव के अवसर पर 50 देशों के राजदूतों और राजनयिकों की अयोध्या यात्रा का आयोजन किया था.
गंगा पार रेत पर भी रोशन हुए दीपक
उत्तरवाहिनी गंगा के तट पर 85 घाटों की श्रृंखला पर इस साल योगी सरकार की ओर से 12 लाख और जन सहभागिता से मिलकर कुल लगभग 21 लाख से अधिक दीप काशीवासी घाटों, कुंडों, तालाबों और सरोवरों पर जलाए गए. गंगा पार रेत पर भी दीपक रोशन हुए. काशी के घाटों की इस अद्भुत दृश्य को देखने देश-विदेश से पर्यटक काशी आते हैं. काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के बाद पर्यटकों की रिकॉर्ड आमद हुई है.
देव दीपावली पर होटल, गेस्ट हाउस, नाव, बजड़ा, बोट व क्रूज लगभग पहले से बुक और फुल हो गए थे. योगी सरकार ने चेत सिंह घाट पर लेजर शो कराया. काशी के घाटों के किनारे सदियों से खड़ी ऐतिहासिक इमारतों पर धर्म की कहानी लेजर शो के माध्यम से जीवंत होती दिखी. पर्यटकों ने गंगा पार रेत पर महादेव शिव के भजनों के साथ क्रैकर्स शो का भी आनंद लिया. श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर को विशाखापट्टनम के एक भक्त द्वारा 11 टन फूलों से सजाया गया. गंगा द्वार पर लेजर शो के माध्यम से श्री काशी विश्वनाथ धाम पर आधरित काशी का महत्व और कॉरिडोर के निर्माण संबंधित जानकारी लेज़र शो के माध्यम से दिखाई जा रही है.
सजावट और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
देव दीपावली विश्व विख्यात हो चुकी है. इसे देखने विश्व भर के पर्यटक आते हैं. रंगोली, फसाड लाइट व झालरों से सजावट किया गया. पर्यटकों की सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतज़ाम था. ड्रोन उड़ान पर पूरी तरह ऱोक लगा दी गई थी, जिले की सीमा पर भी चौकसी बरती गई. घाटों पर वाच टावर से निगरानी रखी गई. पर्यटकों की भारी संख्या को देखते हुए अस्पतालों में बेड रिज़र्व कर चिकित्सकों की टीम को अलर्ट रखा गया था. गंगा में फ्लोटिंग डिवाइडर बनाए गए थे.