रायपुर
नगर निगम रायपुर के अफसरों के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला ईओडब्ल्यू पहुंच गया है। भाजपा पार्षद दल ने इसे लेकर शिकायत की है। गुरुवार को पीसी लेकर लेकर भाजपा पार्षदों की ओर से नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे ने कहा कि हम भ्रष्टाचार की शिकायत आर्थिक अन्वेषण ब्यूरो से किया हैं। पूरा विवाद तेलीबांधा चौक से वीआईपी रोड चौराहे तक बनाए जा रहे डिवाइडर को लेकर है।
पीसी में मीनल चौबे ने कहा- जोन क्रमांक 10 के अंतर्गत तेलीबांधा थाना चौक से वीआईपी रोड टर्निंग तक डिवाइडर सौंदर्यीकरण का काम करवाया गया। 26 अक्टूबर को निगम ने निविदा आमंत्रण सूचना जारी की। दो करोड़ के कार्य को 12 कामों को जान बूझकर टुकड़ों में जारी किया गया ताकि आॅनलाइन टेंडर न हो। मैन्युअल टेंडर जानबूझकर 20 लाख से कम के रखे गए।भाजपा नेताओं ने सवाल करते हुए कहा- जब राज्य शासन के स्पष्ट निर्देश है कि एक ही प्रकार के कार्य के लिए अलग-अलग टेंडर नहीं कर सकते तो यहां ऐसा क्यों हुआ। 12 अलग-अलग टेंडर क्यों किया गया, रायपुर के महापौर और आयुक्त के हस्ताक्षर वाली वित्तीय स्वीकृति यह साबित करती है कि दोनों ने राज्य शासन के आदेश की अवहेलना की। इसके पीछे मंशा यही थी कि उपरोक्त कार्य का टेंडर मैनुअल हो आॅनलाइन ना हो। पीसी में भाजपा पार्षद दल के प्रवक्ता मृत्युंजय दुबे व भाजपा जिलाध्यक्ष जयंती भाई पटेल भी मौजूद थे।
वहीं इस मामले में निगम के आयुक्त और महापौर कह चुके हैं कि मामले की जांच की जा रही है। काम पर रोक लगा दी गई है। अफसरों की टीम बनी है जो पूरी प्रक्रिया की पारदर्शिता के साथ जांच कर रही है।