एक वृद्ध महिला को पीएम किसान सम्मान निधि न मिलने पर सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत करना भारी पड़ गया। दरअसल, वृद्धा और उसके पोते को शिकायत के संबंध तहसीलदार ने कोर्ट में बुलाया। बैंक अकाउंट में सम्मान निधि की राशि ट्रांसफर न होने की वजह तकनीकी खामी बताई। इसके बाद पोते को धारा 151 में जेल वारंट थमा दिया। उसे जेल भेज दिया, थोड़ी देर बाद तहसीलदार ने जमानत देकर कोर्ट से रिहा करवाया। किसान ने कहा- शिकायत बंद करवाने दबाव बनाया गया। वहीं तहसीलदार का कहना है कि, युवक किसान ने कर्मचारियों के साथ अभद्रता की, गालियां देने पर उतारू हो गया। बाकी आरोप निराधार है।
मामला, खंडवा तहसील का है, शुक्रवार को तहसील कार्यालय में ग्राम रोहणी निवासी 70 वर्षीय गीताबाई पति भगवानसिंह अपने पोते शुभम पटेल के साथ पहुंचीं थी। सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत को लेकर दादी व पोता नायब तहसीलदार माला राय की कोर्ट पेश हुए।
दादी गीताबाई का कहना है कि, आधार अपडेट नहीं होने से दो साल से किसान कल्याण योजना की किश्त नहीं मिल रही है। इसलिए पोते शुभम से 181 पर शिकायत करवाई थी। नायब तहसीलदार मैडम ने कहा कि तुमने सीएम हेल्पलाइन में शिकायत क्यों की। उसे वापस लो। हमने कहा कि आधार अपडेट हो जाएगा तो शिकायत वापस ले लेंगे। पोते ने भी यह बात कही थी। इस पर नाराज नायब तहसीलदार ने धमकाते हुए कहा कि शिकायत वापस लो नहीं तो जेल भेज देंगे। उन्होंने शिकायत वापस लेने से मना कर दिया। इस पर शुभम को जेल भेज दिया।
पोते के इंतजार में परेशान होती रही दादी
दोपहर करीब 12 बजे से बुजुर्ग महिला गीता बाई अपने पोते शुभम को लेकर परेशान होती रही। तहसील कार्यालय में ही कुर्सी पर बैठी रही। लेकिन इस दौरान उसकी मदद के लिए कोई नहीं आया। इस बीच किसी ने खंडवा में रहने वाले रिश्तेदार सुनील जलखरे को फोन कर बताया कि उसकी नानी तहसील कार्यालय में बैठी है। इसके बाद सुनील उनके पास पहुंचा। गीता बाई ने उसे पूरे घटनाक्रम के बारे में बताया।
आधार अपडेट न होने से समस्या, 20 दिन पहले की थी शिकायत
ग्राम रोहिणी निवासी गीताबाई को मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना की दो किश्त मिली थी। इसके बाद किश्त आना बंद हो गई। उन्हें करीब दाे साल से किश्त नहीं मिल रही है। नाती सुनील ने बताया कि किश्त को लेकर पटवारी से पता किया तो उन्होंने कहा कि केवायसी करवाना होगी। आधार अपडेट करवा लो, इसके बाद किश्त मिलने लग जाएगी। इसके बाद से नानी आधार केंद्र पर चक्कर लगा रही है। वहां कहा जाता है कि अंगूठे का निशान नहीं आ रहा है। इससे आधार अपडेट नहीं हो सकेगा। इसे लेकर सभी जगह भटके लिए लेकिन कहीं भी काम नहीं हुआ। करीब 20 दिन पहले पोते शुभम के मोबाइल से सीएम हेल्पलाइन 181 पर अपनी समस्या को लेकर शिकायत की थी। इसका शिकायत नंबर 21166018 है। इस शिकायत का अब तक निराकरण नहीं हुआ है।
दबाव नहीं बनाया, अभद्रता करने पर जेल भेजा
नायब तहसीलदार माला राय का कहना है कि, शुभम नाम के किसान ने दादी को सम्मान निधि न मिलने की शिकायत सीएम हेल्पलाइन पर कर रखी थी। इसी संबंध में दोनों को बुलाया गया था। उन्हें केवायसी में आधार अपडेट के संबंध में जानकारी दी गई, लेकिन शुभम विवाद करने लगा। कोर्ट में बाबू को दादागिरी बताकर अभद्रता की।
न्यायालय की गरिमा को देखते हुए उस पर धारा 151 में कार्रवाई कर जेल भेजा था। बाद में परिवार वालों ने गलती स्वीकारी, मैंने शाम को कोर्ट जाकर जमानत दी। बाकी सीएम हेल्पलाइन में शिकायत वापस लेने के लिए दबाव डालने वाली जैसी कोई बात नहीं है। ये आरोप निराधार है। गीता बाई मुझसे नहीं मिलीं, वह बाहर ही थीं। महिला मुझसे मिलती ताे विवाद ही नहीं होता। केवल पोता शुभम तहसील कोर्ट में आया था।