नई दिल्ली: जंतर-मंतर के अखाड़े में राजनीतिक रोटियां सेंकने की फिराक में लगी कांग्रेस को पहलवानों ने ‘दुत्कार’ दिया है। उन्होंने साफ कर दिया है कि खिलाड़ियों की लड़ाई कुश्ती संघ और एक व्यक्ति के खिलाफ है। कांग्रेस अपने निजी फायदे के लिए खिलाड़ियों के आंदोलन पर ओछी राजनीति नहीं करे। प्रदर्शन कर रहे खिलाड़ियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ केंद्र सरकार के शीर्ष नेतृत्व पर भरोसा जताया है। उन्होंने दो टूक कहा है कि उनकी पीएम या बीजेपी के अन्य किसी नेता से कोई नाराजगी नहीं है। खिलाड़ियों के ये बयान मामले पर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (AAP) की प्रतिक्रिया के बाद आए। इस मामले में कांग्रेस ने प्रधानमंत्री मोदी से चुप्पी तोड़ने की अपील की थी। वहीं, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने यौन उत्पीड़न के आरोपियों पर कोई कार्रवाई नहीं होने को बेहद शर्मनाक बताया था। भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप लगे हैं। लगातार दो दिन से इसे लेकर जंतर-मंतर पर पहलवानों का प्रदर्शन जारी है।
कांग्रेस के तमाम आला नेताओं ने इसके बहाने केंद्र सरकार को निशाने पर लेने की कोशिश की। प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया, ‘हमारे खिलाड़ी देश की शान हैं। विश्व स्तर पर अपने प्रदर्शन से वे देश का मान बढ़ाते हैं।’ कांग्रेस महासचिव और संचार प्रभारी जयराम रमेश ने ट्वीट में कहा, ‘कुलदीप सेंगर, चिन्मयानंद, बाप-बेटे विनोद आर्य-पुलकित आर्य… और अब यह नया मामला। बेटियों पर अत्याचार करने वाले भाजपा नेताओं की फेहरिस्त अंतहीन है।’ उन्होंने ट्विटर पर कहा, ‘क्या ‘बेटी बचाओ’ बेटियों को भाजपा नेताओं से बचाने की चेतावनी थी? प्रधानमंत्री जी, जवाब दीजिए।’ केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘हरियाणा के मंत्री से लेकर डब्ल्यूएआई के अध्यक्ष तक सभी पर गंभीर आरोप लगे, लेकिन न इस्तीफे हुए, न कार्रवाई। देश की महिला खिलाड़ियों की सुरक्षा के मसले पर इनकी पार्टी और सरकार अपने नेताओं को बचाने में लगी हैं। ये बेहद शर्मनाक है।’
मामले पर राजनीति गरमाती देख खिलाड़ी चौंकन्ने हो गए। उन्होंने अपनी स्थिति को साफ किया। बबिता फोगाट ने ट्वीट करके कहा- खिलाड़ियों की लड़ाई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, दीदी स्मृति ईरानी और बीजेपी से नहीं है। खिलाड़ियों की लड़ाई फेडरेशन और एक व्यक्ति के खिलाफ है। मैं कांग्रेस पार्टी को यह कहना चाहती हूं कि वह अपने फायदे के लिए खिलाड़ियों के आंदोलन पर ओछी राजनीति करना बंद करे।’
बजरंग पुनिया ने सभी राजनीतिक दलों को हिदायत दी। उन्होंने कहा- हमारी लड़ाई सरकार से नहीं है। हम सभी खिलाड़ी फेडरेशन और उसके अध्यक्ष के खिलाफ लड़ रहे हैं। कोई भी राजनीतिक दल हमारे इस आंदोलन पर राजनीति न करे।