देहरादून: विराट कार्यकर्ता सम्मेलन के दिन ही उत्तराखंड कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है. कांग्रेस के कद्दावर नेता और पूर्व विधायक शैलेंद्र सिंह रावत ने हाथ का साथ छोड़ दिया है. शैलैंद्र रावत ने अपने समर्थकों के साथ आज देहरादून बीजेपी मुख्यालय में बीजेपी का दामन थाम लिया है. शैलेन्द्र रावत ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेद्र भट्ट और कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी की मौजूदगी में सदस्यता ग्रहण की है.
2007 में भाजपा के टिकट पर बने थे विधायक: शैलेन्द्र सिंह रावत 2007 में भाजपा के टिकट पर विधायक बने थे. उन्होंने कांग्रेस के बड़े नेता सुरेन्द्र सिंह नेगी को हराकर जीत का परचम लहराया था. 2012 में बीजेपी ने शैलेंद्र को टिकट नहीं दिया. जिसके बाद साल 2017 में शैलेंंद्र कांग्रेस में शामिल हो गये थे. जिसके बाद उन्होंने यमकेश्वर सीट से चुनाव लड़ा. जिसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा. इसके बाद 2022 में कांग्रेस की टिकट पर यमकेश्वर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा. इस बार भी शैलेंद्र को भाजपा प्रत्याशी रेणु बिष्ट ने शिकस्त दी.
शैलेन्द्र रावत बोले कांग्रेस में अनुशासन की कमी: बीजेपी में शामिल होने के बाद शैलेन्द्र रावत ने कहा कांग्रेस में अनुशासन की कमी है, जिसकी वजह से उन्होंने पार्टी को अलविदा कह दिया है. बता दें कि शैलेन्द्र रावत के अलावा केदारनाथ विधानसभा से चुनाव लड़ चुके कुलदीप रावत समेत सैकड़ों की संख्या में लोगों ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की है.
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने दिलाई सदस्यता: बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट ने कहा कि आज भाजपा में कांग्रेस के दिग्गज नेता शैलेन्द्र सिंह रावत शामिल हुए हैं, जिनका पार्टी तहेदिल से स्वागत करती है. उन्होंने कहा कि अन्य राजनैतिक दलों का भाजपा में शामिल होने का सिलसिला लगातार जारी रहेगा.