ग्राम पंचायत अंदू नसीरपुर में मनरेगा में ठेकेदारी प्रथा हावी
आखिर रोजगार सेवक और प्रधान को किसका मिल रहा संरक्षण कर रहे भ्रष्टाचार
डामर रोड से बैजनाथ के खेत तक मात्र सात लेबर 38 का हाजिरी
आज की चर्चा संवाददाता बिसवा
विकासखंड सकरन की ग्राम पंचायत अंदू नसीरपुर में मनरेगा रोजगार सेवक की मनमानी वा भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया ठेके पर मनरेगा के कार्य देकर भारी भरकम धनराशि की वसूली कर रहे जिम्मेदार और भ्रष्टाचार को संरक्षण देकर सरकार की मंशा के विपरीत कर रहे रोजगार सेवक पर क्या कार्यवाही उच्च अधिकारी करेंगे जांच के बाद या देंगे अभय दान सूत्रों की माने तो ग्राम पंचायत अंदू नसीरपुर में रामनरेश मिश्रा अंशु आदि ने बताया कि ग्राम पंचायत के सभी कार्य मानक विहीन कराए गए चक मार्ग बांध निर्माण आदि पर फर्जी धनराशि निकाल कर हड़प कर ली गई जो तालाब पूर्व में खुद चुके हैं उन पर खुदाई के नाम पर भी धनराशि निकाली जा रही है फर्जी रूप से जिम्मेदारों का संरक्षण होना बड़े भ्रष्टाचार का संकेत दे रहा है आखिर जिम्मेदार अपनी कार्यशैली से बाज क्यों नहीं आ रहे यह अहम सवाल है क्या इन ठेकेदारों को किसी का उच्च संरक्षण प्राप्त है ग्राम पंचायत में डामर रोड से बैजनाथ के खेत तक कार्य पर मात्र मौके पर सात मजदूर मौजूद थे जबकि अटेंडेंस 38 लेवल की रोजगार सेवक द्वारा दिखाई जा रही थी रोजगार सेवक प्रधान का गठजोड़ और ठेकेदारों के संरक्षण से मनरेगा ग्राम पंचायत अंदू नसीरपुर में जमीदोज होती नजर आ रही है ग्रामीणों को रोजगार न मिलने के कारण शहरों में पलायन करना पड़ रहा बार-बार शिकायती पत्र ग्रामीणों के देने के बावजूद भी जिम्मेदार अधिकारी कार्यवाही के नाम पर सिर्फ लीपा पोती करने में जुटे हैं सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति का मजाक खुलेआम ग्राम पंचायत में उड़ाया जा रहा है आखिर उक्त रोजगार सेवक पर जिम्मेदार कब करेंगे जांच और दोषियों पर करेंगे कार्यवाही बना क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है
इस संदर्भ में जब खंड विकास अधिकारी सकरन श्रीश गुप्ता से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया जांच कर कार्रवाई की जाएगी