नई दिल्ली : देश के विदेशी मुद्रा भंडार (Foreign Exchange Reserves) में गिरावट आई है। यह 21 अप्रैल को समाप्त सप्ताह में 2.164 अरब डॉलर घटकर 584.248 अरब डॉलर रह गया है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। इससे पिछले सप्ताह देश का विदेशी मुद्रा भंडार 1.657 अरब डॉलर बढ़कर 586.412 अरब डॉलर हो गया था। इससे पहले अक्टूबर 2021 में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 645 अरब डॉलर के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया था। महत्वपूर्ण वैश्विक घटनाक्रमों से पैदा हुए दवाबों के बीच रुपये की स्थिरता को बनाये रखने के लिए केंद्रीय बैंक के विदेशीमुद्रा भंडार के इस्तेमाल से इसमें कमी आई।
विदेशी मुद्रा एसेट्स में गिरावट
रिजर्व बैंक के साप्ताहिक आंकड़ों के अनुसार, 21 अप्रैल को समाप्त सप्ताह में मुद्राभंडार का अहम हिस्सा विदेशीमुद्रा एसेट्स 2.146 अरब डॉलर घटकर 514.489 अरब डॉलर रह गए। डॉलर में अभिव्यक्त किये जाने वाले विदेशी मुद्रा एसेट्स में यूरो, पाउंड और येन जैसे गैर-अमेरिकी मुद्राओं में आई घट-बढ़ के प्रभावों को भी शामिल किया जाता है।
गोल्ड रिजर्व घटा
रिजर्व बैंक ने कहा कि स्वर्ण भंडार का मूल्य आलोच्य सप्ताह में 2.4 करोड़ डॉलर घटकर 46.151 अरब डॉलर रह गया। आंकड़ों के अनुसार, विशेष आहरण अधिकार (SDR) भी 1.9 करोड़ डॉलर बढ़कर 18.431 अरब डॉलर हो गया। समीक्षाधीन सप्ताह में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) में रखा देश का मुद्रा भंडार 1.4 करोड़ डॉलर घटकर 5.176 अरब डॉलर रह गया।
कोर सेक्टर ग्रोथ में गिरावट
देश के आठ कोर सेक्टर की ग्रोथ फरवरी में यह छह फीसदी रही। यानी जनवरी के 8.9 फीसदी (संशोधित) की तुलना में इसमें गिरावट दर्ज की गई है। हालांकि, सालाना आधार पर इसमें मामूली बढ़ोतरी हुई है। यह पिछले साल इसी महीने में 5.9 फीसदी था। दिसंबर, 2022 में आठ कोर सेक्टर का उत्पादन 7.4 फीसदी बढ़ा था। कॉमर्स मिनिस्ट्री की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार फरवरी में कच्चे तेल को छोड़कर बाकी सभी में उत्पादन बढ़ा है। कच्चे तेल का उत्पादन उस महीने में 4.9 फीसदी घटा है। आठ कोर सेक्टर में कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद, उर्वरक, इस्पात, सीमेंट और बिजली सेक्टर आते हैं।