कोंच : बिहार के गया में कोंच थाना क्षेत्र के असलेमपुर पंचायत के सिंघड़ा गांव में सोमवार को जमीन बंटवारा को लेकर हुए विवाद में चचेरे भाई ने अधेड़ की गोली मारकर हत्या कर दी। घटना घर के दरवाजा पर घटित हुई। गोली लगने के बाद वह अचेता अवस्था में गिर गया।
ग्रामीणों की मदद से घायल को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोंच में इलाज के लिए लाया गया, जहां चिकित्सक ने मृत घोषित किया गया। मृतक की पहचान 45 वर्षीय श्याम नारायण सिंह के रूप में की गई है।
लंबे समय से चल रहा विवाद
जानकारी के अनुसार, ग्राम पंचायत असलेमपुर के ग्राम सिंघड़ा में राजू सिंह और चचेरा भाई श्याम नारायण सिंह के बीच जमीन बंटवारे को लेकर काफी दिनों से विवाद चल रहा था।
जिस पर कई बार स्थानीय स्तर पर पंचायती के साथ कोर्ट में भी मामला चल रहा है। इसके बावजूद भी दिन प्रतिदिन विवाद गहराता चला गया।
घर से बुलाया और मार दी गोली
परिजनों ने बताया कि राजू सिंह के द्वारा श्याम नारायण सिंह को घर से बुलाया। दोनों का घर अगल-बगल में ही है। आरोपी ने नारायण सिंह को चिल्लाते हुए बाहर बुलाया।
जैसे ही वह घर की दहलीज से कुछ दूर आगे बढ़े, उसने देशी कट्टे से गोली चला दी। गोली श्याम नारायण सिंह की गर्दन में जाकर लगी।
गोली की आवाज सुनकर नारायण सिंह के परिजन और ग्रामीण घटनास्थल पर दौड़कर पहुंचे। कुछ ग्रामीणों ने हथियार लिए राजू सिंह को पकड़ लिया। हालांकि उसके हाथ में हथियार देखते ही भयभीत ग्रामीणों ने उसे छोड़ दिया।
मौके का फायदा देख फरार हुआ अपराधी
मौके का फायदा उठाकर वह घटनास्थल से फरार हो गया। घायल श्याम नारायण को ग्रामीणों ने आनन-फानन में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोंच में भर्ती कराया गया। जहां चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया। मौत की घटना सुनते ही स्वास्थ्य केंद्र में अफरातफरी का माहौल कायम हो गया।
क्या बोले पुलिस अधिकारी
घटना की सूचना ग्रामीणों ने थानाध्यक्ष उमेश प्रसाद को दी। घटनास्थल पर पहुंचकर शव को अपने कब्जा में से लिया। पुलिस का कहना है कि राजू सिंह के ऊपर कई संगीन मामला कोंच, उपहारा, गोह समेत कई थाने में केस दर्ज है।
थानाध्यक्ष उमेश प्रसाद ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि आरोपित के गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है और शव को पोस्टमार्टम के लिए अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कालेज गया भेजा गया है। पोस्टमार्टम कराकर शव स्वजनों को सौंप दिया गया है।
घटनास्थल के मुआयना के दौरान गोली का खोखा और हथियार नहीं मिला है। पीड़ित परिवार की ओर से अभी कोई आवेदन नहीं दिया गया है। आवेदन आने के बाद प्राथमिकी होगी।