डालमिया भारत की सब्सिडियरी डालमिया सीमेंट ने जयप्रकाश एसोसिएट्स के सीमेंट, क्लिंकर और बिजली संयंत्रों का अधिग्रहण करने के लिए एग्रीमेंट किया है। कंपनी के प्लांट मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ में स्थित हैं।
जयप्रकाश एसोसिएट्स की कुल सीमेंट क्षमता 9.4 मिलियन टन (6.7 मिलियन टन की क्लिंकर क्षमता और 280MW के थर्मल पावर प्लांट के साथ) है। प्लांट को 5,666 करोड़ रुपए की एंटरप्राइज वैल्यू पर खरीदा गया है।
कर्ज कम करने के लिए बेचा प्लांट
अक्टूबर
में जयप्रकाश एसोसिएट्स और जयप्रकाश पावर वेंचर्स ने कर्ज कम करने के लिए
अपने सीमेंट कारोबार के साथ-साथ कुछ नॉन-कोर एसेट को बेचने के प्लान की
घोषणा की थी। रेगुरेटरी अथॉरिटीज के अप्रूवल के बाद अब ये ट्रांजैक्शन पूरा
होगा।
10.55 मिलियन टन की स्थापित सीमेंट क्षमता
जयप्रकाश
एसोसिएट्स की एनुअल रिपोर्ट के अनुसार, जेपी ग्रुप (जयप्रकाश पावर वेंचर्स
सहित) के पास वर्तमान में प्रति वर्ष 10.55 मिलियन टन की स्थापित सीमेंट
क्षमता और 339MW कैप्टिव पावर है।
50% सीमेंट क्षमता सेंट्रल इंडियन मार्केट में
जेपी
ग्रुप की सीमेंट क्षमता का 50% से ज्यादा सेंट्रल इंडियन मार्केट में
स्थित है। यह पहली बार नहीं है कि जयप्रकाश एसोसिएट्स सीमेंट प्लांट बेच
रही है। 2016 में, जेपी सीमेंट ने 115 डॉलर की एंटरप्राइज वैल्यू/टन
(ईवी/टी) पर अल्ट्राटेक सीमेंट को 21.2 MTPA प्लांट बेचा था।
डालमिया को क्या फायदा होगा?
इस
अधिग्रहण को डालमिया सीमेंट के लिए पॉजिटिव माना जा रहा है। इससे डालमिया
के लिए उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश का बाजार खुलेगा। ये डालमिया को दक्षिण
और पूर्व के मौजूदा बाजारों से डायवर्सिफाई करने में मदद करेगा।
प्रिज्म, हीडलबर्ग और बिड़ला कॉर्प जैसे सेंट्रल रीजन के प्लेयर्स के लिए यह मामूली रूप से निगेटिव होने की उम्मीद है क्योंकि डालमिया के प्रवेश के साथ मध्य क्षेत्र ज्यादा प्रतिस्पर्धी हो सकता है।