हमीरपुर ब्यूरो :–
प्रकाश पर्व दीपावली बड़े ही हर्षोल्लास से मनाया गया।जनपद में जगह -जगह मंदिरों की भव्य जसावट की गई और दीपकों से समूचे वातावरण को जगमग कर दिया गया।मौदहा क्षेत्र के खंडेह स्थित प्राचीन रामजानकी मंदिर की खूब सजावट की गई और शिवमंदिर में 5100दीप जलाकर की गयी पूजा। गोवर्धन पूजा व भाईदूज का त्यौहार भी धूम धाम से मनाया गया।
धनतेरस से शुरू हुए इस पांच दिवसीय त्यौहार में लोगों ने प्राचीन मान्यताओं और आधुनिक संसाधनों का लाभ उठाते हुए इन त्योहारों का भरपूर आनंद उठाया।
बताते चलें कि दीपावली का पांच दिवसीय त्यौहार मुख्य रूप से धनतेरस से शुरू होकर भाईदूज तक रहता है।इसी क्रम में इस वर्ष 29 अक्टूबर को धनतेरस से शुरू हुए इस त्यौहार में लोगों ने जमकर खरीदारी की तथा 30 अक्टूबर को छोटी दीपावली के बाद 31 अक्टूबर को घरों को बिजली की रोशनी एवं दीपक जलाकर गणेश लक्ष्मी का पूजन किया है।साथ ही बच्चों और युवाओं ने आतिशबाजी का भरपूर आनंद उठाया है।01 नवंबर को गोवर्धन पूजा के बाद 02 नवंबर को भाईदूज मनाया गया है जिसमें बहनों ने भाइयों को तिलक पर उनकी लम्बी उम्र की दुआएं दी हैं। मान्यताओं के अनुसार दशहरा में रावण को मारकर लंका पर विजय प्राप्त करने के बाद जब जब भगवान राम चौदह वर्ष का वनवास खत्म करके अयोध्या लौटे थे तो उनके आगमन पर अयोध्या वासियों ने अपने घरों को सजाने संवारने के बाद दीपक जलाकर खुशियां मनाई थीं। और तभी से इस त्यौहार को मनाने की परंपरा शुरू हुई है। वहीं गोवर्धन पूजा के दिन हजारों की संख्या मौनियों ने मौनव्रत धारण कर गौपूजन किया है।इस दौरान गांव-गांव में बुंदेलखंड का परम्परागत दीवारी नृत्य लोगों के लिए आकर्षक बना रहा है।