नई दिल्ली। दिल्ली के चीफ सेक्रेटरी नरेश कुमार की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। अब अस्पताल घोटाले में उनका नाम सामने आया है। विजिलेंस मंत्री आतिशी ने शुक्रवार को इस संबंध में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जांच रिपोर्ट सौंपी है।
आरोप है कि मुख्य सचिव ने अपने बेटे की एक और कंपनी को सात महीने पहले दिल्ली सरकार के आईएलबीएस अस्पताल में बिना टेंडर के एआई सॉफ्टवेयर बनाने का काम दिलाया था, जिससे कंपनी को करोड़ों का मुनाफा हुआ। साथ ही जांच में खुलासा हुआ है कि जिस कंपनी को एआई सॉफ्टवेयर बनाने का काम दिया गया था। उसको सॉफ्टवेयर बनाने का कोई अनुभव नहीं थी।आरोप है कि मुख्य सचिव ने अपने बेटे की एक और कंपनी को सात महीने पहले दिल्ली सरकार के आईएलबीएस अस्पताल में बिना टेंडर के एआई सॉफ्टवेयर बनाने का काम दिलाया था, जिससे कंपनी को करोड़ों का मुनाफा हुआ। साथ ही जांच में खुलासा हुआ है कि जिस कंपनी को एआई सॉफ्टवेयर बनाने का काम दिया गया था। उसको सॉफ्टवेयर बनाने का कोई अनुभव नहीं थी।
बता दें कि विजिलेंस मंत्री आतिशी ने कथित अस्पताल घोटाला से संबंधित विस्तृत जांच रिपोर्ट मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को सौंपी है।