नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने आम बजट बुधवार को पेश कर दिया है। इस बजट में कई घोषणाएं की गईं। इनमें एक ऐलान डिजीलॉकर (Digilocker) को लेकर भी किया गया। दरअसल सरकार केवाईसी (Know Your Customer) की प्रक्रिया को सरल बनाने जा रही है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने बजट 2003 पेश करते हुए ऐलान किया था कि डिजीलॉकर (Digilocker) का दायरा बढ़ाया जाएगा। इस प्लेटफार्म पर व्यक्तिगत रूप से सूक्ष्म, लघु, मध्यम और बड़े उद्यमों के लिए डिजीलॉकर की स्थापना की जाएगी। सरकार के इस फैसले से फिनटेक सेवाओं का फायदा होगा। इससे फिनटेक फर्म के खर्च को कम करने में भी मदद मिलेगी। वहीं इससे कारोबार में आसानी होगी। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) के मुताबिक, आधार, पीएम जनधन योजना, वीडियो केवाईसी, इंडिया स्टैक और यूपीआई (UPI) के साथ डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर के माध्यम से भारत में फिनटेक सेवाओं को सुविधा मिलती है। केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि डिजीलॉकर का दायरा इस तरह बढ़ाया जाएगा कि कंपनियों को अपने ग्राहक को जानने की औपचारिकताएं केवल एक बार पूरी करनी होंगी। इसका इस्तेमाल अन्य सेवाओं को भी सत्यापित करने के लिए भी किया जा सकता है।
डिजीलॉकर के विस्तार से लोगों को मिलेंगी कई सुविधाएं
ईटी में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, एक सवाल के जवाब में अश्विनी वैष्णव ने कहा कि केवाईसी के लिए अब डिजीलॉकर (Digilocker) का विस्तार विभिन्न क्षेत्रों में किया जाएगा। अश्विनी वैष्णव के मुताबिक, उदाहरण के लिए, अगर आपने पहले ही बैंक खाता खोलने के लिए दस्तावेज़ जमा कर दिए हैं, तो आपको बीमा या नए होम लोन के लिए प्रक्रिया को दोहराने की ज़रूरत नहीं होगी। डिजीलॉकर का इस्तेमाल करके इस तरह की सुविधा बनाई जा रही है। उन्होंने बताया कि डिजीलॉकर एक काफी यूजफुल उपकरण है। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल इंडिया विजन का एक प्रभावी हिस्सा है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को 2023-24 के अपने भाषण में ऐलान किया कि केवाईसी की प्रक्रिया को सरल बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि गैर-व्यक्तिगत डेटा गवर्नेंस फ्रेमवर्क, नागरिकों को बेहतर सेवाएं देने के लिए गैर-व्यक्तिगत सरकारी डेटा का लाभ उठाने में मदद करेगा। उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया कि जैसे अगर हमारे पास 20 से 25 साल पहले के मौसम और जलवायु डेटा सेट है तो क्या इसका इस्तेमाल किसानों के लिए बेहतर और अधिक प्रामाणिक जलवायु पूर्वानुमान बनाने के लिए किया जा सकता है।
जानिए क्या है डिजीलॉकर
आपको बता दें कि डिजीलॉकर (Digilocker App) एक सरकारी ऐप है। इसके जरिए जो डिजिटल डॉक्यूमेंट की जानकारियां मिलती हैं वे वैलिड होती हैं। इसे बेहद सुरक्षित माना जाता है। अब सरकार ने केवाईसी प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए बड़ा ऐलान किया है। दरअसल, डिजीलॉकर ऐप में यूजर्स अपने सभी सरकारी या जरूरी दस्तावेजों को सुरक्षित रख सकते हैं। इसे एक सॉफ्ट कॉपी ऐप भी कहा जा सकता है। डिजीलॉकर ऐप (Digilocker App) का इस्तेमाल एंड्रॉयड या आईफोन दोनों यूजर्स कर सकते हैं। इसमें आप अपना पैन कार, आधार कार्ड, 10वीं-12वीं का सर्टिफिकेट, ड्राइविंग लाइसेंस आदि रख सकते हैं। इसी के साथ में हार्ड कॉपी ना होने पर आप इसमें अपलोडेड दस्तावेज को सेव भी रख सकते हैं। बजट 2023 में वित्त मंत्री ने ऐलान किया है कि डिजीलॉकर में स्टोर आधार मान्य होगा। ऐसे में ऐप के इस्तेमाल को बढ़ावा मिल सकता है। बजट में ऐलान किया गया है कि साथ में हार्ड कॉपी नहीं होने पर भी डिजीलॉकर ऐप में मौजूद डॉक्यूमेंट्स मान्य होंगे। हालांकि इसके लिए मोबाइल में डिजीलॉकर ऐप होना जरूरी है।